नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तराखंड में वर्धमान एजुकेशनल सोसायटी की लगभग एक करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज और आईएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की का परिचालन करने वाली वर्धमान एजुकेशनल सोसायटी की यह जमीन उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में भूमि और भवन के रूप में है।
प्रवर्तन निदेशालय ने एससी/एसटी छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में यह कार्रवाई की है। ईडी ने वर्धमान एजुकेशनल सोसायटी के सदस्यों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जाँच शुरू की था। जांच में पता चला कि इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज और आईएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की ने 2013-14 से 2016-17 की अवधि के लिए समाज कल्याण विभाग, हरिद्वार से एससी/एसटी छात्रों के नाम पर फर्जी तरीके से भारी मात्रा में छात्रवृत्ति की रकम प्राप्त की थी। यह भी पता चला है कि संस्थान ने एससी/एसटी छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए झूठे दावे किए थे। इसके बाद छात्रों के निजी खर्च और कॉलेज की ट्यूशन फीस दिखाकर छात्रवृत्ति की रकम कॉलेज के खाते में जमा करा दी गई। फिर इस राशि को वर्धमान एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने निकाल लिया।
सरकारी खजाने को इस वजह से काफी नुकसान हुआ है। ईडी की जाँच में पता चला कि गलत तरीके से प्राप्त रकम को या तो वर्धमान एजुकेशनल सोसायटी के बैंक खातों या कॉलेज के अन्य खातों में भेज दिया गया और ट्रस्टियों के खर्चों के लिए उपयोग किया गया। यह भी पता चला है कि रकम की नकद निकासी भी की गई। इसी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से यह कार्रवाई की गई है।