मुंबई
‘जोरम’ के डायरेक्टर देवाशीष मखीजा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। देवाशीष मखीजा इस वक्त कंगाली के दौर से गुजर रहे हैं। खबर है कि देवाशीष बुरी तरह से कंगाल हो गए हैं और उनके पास मकान का किराया देने तक के पैसे नहीं हैं। डायरेक्टर देवाशीष मखीजा जिन्होंने हाल ही में थ्रिलर मूवी जोराम का डायरेक्शन किया था, बुरे दौर से गुजर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने अतीत के बारे में बात करते हुए बड़ा खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने खुद को खत्म करने के लिए गन भी खरीद ली थी, लेकिन पिता की मौत के बाद चेंज आया हाल ही में गौरव एक यूट्यूब चैनल पर दिखे जहां उन्होंने अपने फाइनेंशियल स्ट्रगल के बारे में बात की। ये स्ट्रगल जोराम के बुरी तरह फेल होने के बाद और भी बढ़ गए थे। उन्होंने पिछली गलतियों के बारे में बात की और कहा कि बॉलीवुड फिल्म भोंसले की मेकिंग के टाइम उनके पिता के निधन के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं बदलने का फैसला किया। मखीजा से जब पूछा गया कि उन्होंने अपने जीवन में किस जुनून के साथ काम किया है, तो उन्होंने कहा, केवल एक चीज जो मैं शेयर कर सकता हूं, जो मैंने नहीं किया और मुझे करना चाहिए था, वह यह है कि समान मात्रा में एनर्जी और समय खर्च करना पड़ता है।
गौरव ने कहा जब मैं 31 साल का था तो मुझे दिल का दौरा पड़ा, लेकिन मैं पेसमेकर के लिए 7 लाख रुपये खर्च नहीं कर सकता था। पाँच दिन बाद, मैं डेली 18 घंटे काम कर रहा था और समय पर खाना नहीं खा रहा था। अज्जी के दौरान मुझे प्रोस्टेट कैंसर हो गया था। मुझे डेली रक्तस्राव हो रहा था। मेरा शॉट ब्रेकडाउन और प्लानिंग इतनी तगड़ी थी कि अगर मैं मर भी जाता तो शूट नहीं रुकता। मेरे को-डायरेक्टर को एक निर्देश था, अगर मैं आज मर जाऊं, तो आप फिल्म बंद नहीं कर सकते। मुझे मरने के बाद क्रेडिट दें। इस तरह अज्जी बनी। मार्च 2014 में, मैंने खुद को मारने के इरादे से एक बंदूक खरीदी थी। पर किसी तरह रोक लिया।