सियोल
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने हाल में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से भेंट में दी लग्जरी कार लिमोजिन में सफर किया। किम की बहन ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कार की ‘विशेषताओं’ और दोनों देशों के बीच गहरे हो रहे द्विपक्षीय संबंधों की प्रशंसा की। पुतिन ने फरवरी में किम के लिए महंगी ऑरस सीनट लिमोजिन भेजी थी। उन्होंने सितंबर में रूस में एक शिखर सम्मेलन के लिए हुई मुलाकात के दौरान यह कार उत्तर कोरियाई नेता को दिखायी थी।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि इस कार को भेजने से संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का उल्लंघन हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के इस प्रस्ताव का उद्देश्य उत्तर कोरिया को लग्जरी सामान की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाकर उस पर अपने परमाणु हथियारों के कार्यक्रम को छोड़ने के लिए दबाव बनाना है। सरकारी मीडिया में आए बयान में किम की बहन और वरिष्ठ अधिकारी किम यो जोंग ने कहा कि उनके भाई ने एक कार्यक्रम के दौरान पहली बार लिमोजिन में सफर किया।
रूस-उत्तर कोरिया की है दोस्ती
उन्होंने कहा, ‘किम जोंग उन का रूसी फेडरेशन के राष्ट्रपति की ओर से उपहार स्वरूप भेजी निजी कार का इस्तेमाल करना उत्तर कोरिया-रूस के बीच मित्रता का स्पष्ट प्रमाण है जो एक नए उच्च स्तर पर व्यापक रूप से विकसित हो रही है।’ रूस की सरकारी मीडिया के अनुसार, ऑरस रूस का पहला लग्जरी कार ब्रांड है और पुतिन के 2018 में पहली बार इसका इस्तेमाल करने के बाद से इसका शीर्ष अधिकारियों के वाहनों के काफिले में इस्तेमाल किया जाता रहा है।
टैंक चलाते दिखे थे किम जोंग
ऐसा माना जाता है कि किम (40) के पास विदेश में निर्मित महंगी कारों का संग्रह है जिन्हें तस्करी कर उनके देश में लाया गया है। इससे पहले किम को हाल ही में युद्ध टैंकों में बैठे देखा गया था। उत्तर कोरिया में बने हुए यह नए टैंक हैं, जिन्हें दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक करार दिया गया। देश की सरकारी मीडिया ने इस बात की जानकारी दी थी। उत्तर कोरिया के इन टैंकों को दक्षिण कोरिया और अमेरिका के युद्धाभ्यास के दौर पर देखा जा रहा है। यह युद्धाभ्यास खत्म हो गया है। उत्तर कोरिया का मानना है कि युद्धाभ्यास हमले की तैयारी का हिस्सा है।