नई दिल्ली। ओडिशा के तट से दूर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। यह प्रक्षेपण बहुत कम ऊंचाई पर एक इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्य के खिलाफ एक वर्टिकल लांचर से किया गया था। आईटीआर, चांदीपुर द्वारा तैनात कई ट्रैकिंग उपकरणों का उपयोग करके तकनीकी मापदंडों के साथ इस वाहन के उड़ान पथ की निगरानी की गई। सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया।
भारतीय नौसेना के जहाजों से मिसाइल के भविष्य के प्रक्षेपण के लिए आवश्यक नियंत्रक, कनस्तरीकृत उड़ान वाहन, हथियार नियंत्रण प्रणाली आदि के साथ वर्टिकल लॉन्चर यूनिट सहित सभी हथियार प्रणाली घटकों के एकीकृत ऑपेरशन को मान्य करने के लिए आज प्रणाली का शुभारंभ किया गया। परीक्षण प्रक्षेपण की निगरानी डीआरडीओ और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई। पहला परीक्षण 22 फरवरी 2021 को आयोजित किया गया था और यह कॉन्फ़िगरेशन और एकीकृत ऑपेरशन के निरंतर प्रदर्शन को साबित करने के लिए पुष्टिकरण परीक्षण है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और उद्योग को बधाई दी है और कहा है कि यह प्रणाली हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की रक्षा क्षमता को और बढ़ाएगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने सफल उड़ान परीक्षण में शामिल टीमों की सराहना की और कहा कि इससे भारतीय नौसेना के जहाजों पर हथियार प्रणाली के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ है।