भोपाल
कांग्रेस में कई बड़े नेताओं के चुनाव नहीं लड़ने के बाद वह प्रत्याशी चयन को लेकर उलझ गई है। लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें से भी कई ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। इधर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे नेताओं को देखकर कांग्रेस उम्मीदवार चयन में भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। कांग्रेस दस सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
अब उसे बची हुई 18 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करना है। मध्य प्रदेश को लेकर पहले सीईसी में शुक्रवार-शनिवार को ही चर्चा होने का तय हुआ था, लेकिन कांग्रेस नेताओं के चुनाव लड़ने से बचने के चलते प्रदेश की बची हुई 18 सीटों पर अब सीईसी में 18 मार्च को चर्चा हो सकती है। जो नाम स्क्रीनिंग कमेटी और पार्टी के नेताओं द्वारा केंद्रीय चुनाव समिति और केंद्रीय नेताओं को दिए गए थे, उनमें से कई ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। अब स्थिति यह बन गई कि जीतू पटवारी ऐसे नेताओं से बात कर उन्हें चुनाव लड़ने के लिए राजी कर रहे हैं।
इन नेताओं की नहीं इच्छा
पार्टी सूत्रों की मानी जाए तो मुरैना से डॉ. गोविंद सिंह, मीनाक्षी नटाराजन से मंदसौर, अरुण यादव ने खंडवा, दिग्विजय सिंह भोपाल से, विवेक तन्खा जबलपुर से चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं। इसी तरह विदिशा से शंशाक भार्गव को भी उम्मीदवार बनाने का पार्टी ने विचार किया था, लेकिन ऐसा बताया जाता है कि उनकी भी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं हैं। इनमे नेताओं के चुनाव लड़ने से बचने के चलते पार्टी को हर सीट पर अब नए चेहरे को चुनाव लड़ने के लिए आगे किया जा रहा है। इसके चलते पार्टी को अब उम्मीदवार तय करने में समय लग रहा है।