पश्चिम बंगाल
लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं। अब पार्टी के दो सांसद दिब्येंदु अधिकारी और अर्जुन सिंह भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। आपको बता दें कि दिब्येंदु अधिकारी बंगाल भाजपा के दिग्गज नेता और विधनसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के भाई हैं। वहीं, अर्जुन सिंह पहले भाजपा में थे लेकिन वालस तृणमूल लौटे थे। हालांकि, अब वह फिर से भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
तृणमूल ने काटा टिकट
अर्जुन सिंह पश्चिम बंगाल की बैरकपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह पहले भाटपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक थे। इसके बाद 2019 में भाजपा में शामिल होकर बैरकपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़े और जीते भी। हालांकि, साल 2021 में विधानसभा चुनावों के बाद वह वापस तृणमूल में लौट गए। अब 2024 चुनाव में तृणमूल में उन्हें टिकट नहीं दिया है। इसलिए वह एक बार फिर से भाजपा में वापसी कर रहे हैं।
दिब्येंदु अधिकारी ने क्यों छोड़ रहे तृणमूल
शुभेंदु अधिकारी के भाई दिब्येंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल की तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं। ये क्षेत्र अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। हालांकि, इस बार ममता बनर्जी ने दिब्येंदु की जगह देवांशु भट्टाचार्य को तमलुक से तृणमूल उम्मीदवार बनाया है। इसी के बाद दिब्येंदु ने तृणमूल छोड़ने का फैसला किया है।
तृणमूल छोड़ने पर अर्जुन सिंह का बयान
तृणमूल कांग्रेस से अलग होने पर अर्जुन सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि इसका कारण अपमान है, वे अपने विधायकों से मेरे खिलाफ नकारात्मक बयान देने के लिए कहते थे और कई मुद्दे थे इसलिए टीएमसी में अब नहीं रहना. टीएमसी के एक और सांसद दिब्येंदु अधिकारी भी बीजेपी में शामिल होंगे। वह यहां (दिल्ली) पहुंच गए हैं।