कोहिमा। नगालैंड के मोन जिले से एक बड़ी वारदात सामने आई है, जहां कथित तौर पर सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों को उग्रवादी समझकर उन पर गोलियां चला दीं, जिसमें कम से कम 6 ग्रामीणों की मौत हो गई। ये सभी ग्रामीण म्यांमार से सटे गांव ओटिंग के थे। ओटिंग इलाके में शनिवार शाम हुई इस घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है। गुस्साए लोगों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों को आग लगा दी।
बताया जा रहा है कि पीड़ित मजदूर थे और काम के बाद एक पिकअप में बैठकर अपने घर जा रहे थे। जब देर रात तक वे अपने घर नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया और तब उनके परिजनों को इस घटना की जानकारी हुई।
सूत्रों के मुताबिक तिरु-ओटिंग रोड पर एक गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने डेरा डाला था। इसी दौरान ग्रामीण उधर से आ गए। आरोप है कि गलती से सुरक्षा बलों ने उन्हें उग्रवादी समझ लिया और गोलियां बरसा दीं। इसमें कई लोग घायल हो गई। सुरक्षाकर्मियों की ओर की गई कार्रवाई के बाद ग्रामीण आक्रोश में आ गए और सुरक्षाबलों का घेराव कर उनकी गाड़ी में आग लगा दी। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने अपनी आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं। इस घटना में एक सुरक्षा बल के जवान की भी मौत की खबर है।
सीएम नेफियो रियो ने जांच कराने की कही बात
सीएम नेफियो रियो ने ट्वीटकरके घटना पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने लिखा कि ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से शांति की अपील है।
इस घटना पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, नगालैंड के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूं। मैं उन लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। राज्य सरकार की ओर से गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए घटना की गहन जांच करेगी।