खैरागढ़
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में पूर्व विधायक राजा देवव्रत सिंह की प्रतिमा अनावरण के पहले विवाद हो गया है। गुरुवार को प्रतिमा का अनावरण पूर्व सीएम व वर्तमान लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल के हाथों होना था। इसके लिए बाकायदा प्रोटोकॉल भी जारी हो गया था। लेकिन ऐन वक्त में पूर्व विधायक देवव्रत की पत्नी विभा ने प्रशासन को पत्र लिखकर अनवारण में रोक लगाने की मांग की और कार्यक्रम स्थगित हो गया। मामले ने तूल पकड़ लिया है।
प्रतिमा अनावरण में स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की धर्मपत्नी रानी विभा सिंह को आमंत्रण नहीं मिलने व उनके द्वारा खैरागढ़ कलेक्टर को पत्र लेकर इस कार्यक्रम पर रोक की मांग को लेकर विवाद गहरा गया है। रानी विभा सिंह ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर प्रतिमा अनावरण की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगाया है।इधर, नगर पालिका ने कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है।
विभा सिंह ने कहा कि मैंने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मीडिया के माध्यम से स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने के साथ उनके नाम पर खैरागढ़ विधानसभा के जलाशय ,गार्डन अथवा योजनाओं का नाम रखने की मांग की थी। अब राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी के रूप में भूपेश बघेल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री केवल अपना राजनीतिक फायदा उठाने के लिए यह खेल कर रहे हैं। क्योंकि राजा साहब व उनके परिवार के साथ खैरागढ़ विधानसभा की जनता आज भी दिल से जुड़ी है और वह कहीं ना कहीं उनकी कमी महसूस करती है।
इसी भावनाओं को भुनाने के लिए प्रत्याशी घोषित होने के बाद भूपेश बघेल मूर्ति का अनावरण के साथ गार्डन का भी उदघाटन करना चाह रहे थे। अभी तक आमंत्रण व सम्मान नहीं मिल पाया है। इसके लिए मैंने खैरागढ़ कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा को लिखित पत्र लिखकर आपत्ति जताते हुए कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है।
पूरे मामले में किरकिरी होते देख इधर नगर पालिका ने आनन-फानन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष को पत्र लिखकर बताया कि राजा देवव्रत सिंह का प्रतिमा स्थापना प्रगतिरत है। ठेकेदार द्वारा कार्य पूर्ण होने के बाद हैंडओवर की कार्यवाही की जाएगी। देवव्रत सिंह के परिवार से परार्मश और कलेक्टर के अनुमोदन के बाद ही प्रतिमा का अनवारण किया जाएगा.