मुंगेली/ बहुचर्चित नाली घोटाले मामले के आरोपी नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर को राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने बर्खास्त कर दिया हैं। आपको बता दे कि मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र में नाली निर्माण को लेकर अनियमितता बरती गई थी, जिसकी शिकायत कांग्रेसी पार्षदगणों, एल्डरमेनों, भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों एवं शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा कलेक्टर को की गई थी, जिसमें कलेक्टर मुंगेली द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया था। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के जांच प्रतिवेदन में नगर पालिका अध्यक्ष संतूलाल सोनकर सहित 06 अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार करना पाया गया एवं बिना नाली निर्माण किये 13,21,818 /- रूपये आहरण करने की पुष्टि हुई।
जांच रिपोर्ट के आधार पर नगरपालिका अध्यक्ष संतूलाल सोनकर एवं अन्य अधिकारियों / कर्मचारियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण बना जो कि थाना सिटी कोतवाली मुंगेली में दर्ज हुआ। मामला दर्ज होते ही सभी आरोपी फरार हो गए थे, न्यायालयीन प्रक्रियाओं के तहत वर्तमान में नपा के आरोपी अध्यक्ष जेल में हैं जिस पर नपा के पार्षदों का कहना हैं कि नगरपालिका का विकास कार्य अवरूद्ध हो गया, नगरपालिका मुंगेली का कोई भी विकास कार्य नहीं हो पा रहा है, क्योंकि नगरपालिका अध्यक्ष नहीं होने की वजह से परिषद की बैठक एवं पी०आई०सी० बैठक नहीं हो पा रही है जिसके कारण जोनल टेंडर, अधोसंरचना मद एवं शासन द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। साथ ही नगरपालिका मुंगेली क्षेत्र की जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रही है जिसके चलते उनमें काफी आकोश है, जनता के साथ-साथ पार्षदों एवं कर्मचारियों की नाराजगी भी दिखाई देती है। उक्त सभी बातों को लेकर कांग्रेसी पार्षदों और एल्डरमेनों द्वारा लगातार राज्य शासन से अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की जाती रही, जिस पर आज मुहर लग गया।