नई दिल्ली। 29 नवंबर से संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज हो गया है। सत्र के पहले दिन आज दो नए सदस्यों के शपथग्रहण और आठ दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा में कृषि कानूनों की वापसी के लिए बिल पेश किया जाएगा। वहीं इन सब के बीच विपक्षी नेताओं ने संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक घंटे पहले एक बैठक करने की भी योजना बनाई है।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं सदन के सभी साथियों को भी इससे सावधान रहने की अपील करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि यह संसद का एक महत्वपूर्ण सत्र है। देश के नागरिक एक उत्पादक सत्र चाहते हैं। वे उज्जवल भविष्य के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं आशा करता हूं कि भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान रहा इस तराजू में तोला जाए न कि किसने कितना जोर लगाकर संसद के सत्र को रोक दिया। मानदंड ये होगा कि संसद में कितने घंटे काम हुआ कितना सकारात्मक काम हुआ।
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान कामकाज के कुल 19 दिन होंगे। करीब 30 बिल संसद में पेश किए जाएंगे, जिनमें एक कृषि कानून वापसी संबंधी बिल भी है। कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को लोकसभा में विचार किए जाने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद इसे संसद के उच्च सदन में लाया जाएगा। लेकिन, शीतकालीन सत्र भी विपक्ष के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं थे। रक्षा मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन में सार्थक कामकाज और सुचारू संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा। समझा जाता है कि बैठक में सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार नियमों के तहत लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से सभी मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार है।
सरकार हर विषय पर खुली चर्चा करने के लिए तैयार: पीएम मोदी
संसद के सत्र की शुरुआत पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर खुली चर्चा करने के लिए तैयार है। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है।
संसद का सत्र सुचारू रूप से चले: नकवी
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है और हम ईमानदारी के साथ चाहते हैं कि संसद का सत्र सुचारू रूप से चले। हम चाहते है कि रचनात्मक और सकारात्मक चर्चा हो, एक मज़बूत विपक्ष हो। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की ज़िम्मेदारी है कि संसद की गरिमा को बनाए रखें।
सत्र के दौरान करीब 30 विधेयक होंगे पेश
शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार करीब 30 विधेयक पेश करने जा रही है जिनमें बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2021, आर्थिक एवं अन्य सुधार संबंधी विधेयकों में बिजली संशोधन विधेयक 2021,पेंशन सुधार संबंधी पीएफआरडीए संशोधन विधेयक, दिवाला एवं शोधन अक्षमता दूसरा संशोधन विधेयक 2021, ऊर्जा संरक्षण संशोधन विधेयक 2021 शामिल हैं।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है और कहा है कि सरकार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की पहल करने और दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध के दौरान पिछले एक साल में मारे गए 700 किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा करने का निर्देश देने के लिए चर्चा की मांग की है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में कृषि कानूनों के विरोध में जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड बनाने और उनके परिवारों को मुआवजा देने के लिए सरकार को निर्देश देने पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।
भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने दिया कामकाज के निलंबन का नोटिस
भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने राज्यसभा में दिया कामकाज के निलंबन का नोटिस और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने पर चर्चा की मांग की है।