बिलासपुर
वरिष्ठ कवि तथा कथाकार, कुलाधिपति, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय एवं निदेशक, विश्व रंग को उनके समग्र साहित्यिक अवदान के लिए इंडिया नेटबुक्स तथा बीपीए फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित समारोह में ’परम विशिष्ट साहित्य विभूषण सम्मान’ (महाकवि कालिदास सम्मान)’ से अलंकृत किया गया। उल्लेखनीय है कि इंडिया नेटबुक्स देश का प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थान है।
इस अवसर पर वरिष्ठ कथाकार ममता कालिया, चित्रा मुद्गल, सूर्यबाला, नासिरा शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे, वरिष्ठ व्यंग्यकार डॉ. प्रेम जनमेजय, एन.बी.टी. के संपादक ललित लालित्य, डॉ. गिरीश पंकज, हरि सुमन बिष्ट, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान से अनिता दुबे, बीपीए फाउंडेशन एवं इंडिया नेटबुक्स के डॉ. संजीव कुमार, श्रीमती मनोरमा, श्रीमती कामना एवं कुमार तनुज सहित बड़ी संख्या में साहित्यकारों की रचनात्मक भागीदारी रही।
चौबे को पूर्व में अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया है। उन्हें लंदन का प्रतिष्ठित 'वातायन यूके (लंदन) शिखर सम्मान–2023', न्यूयॉर्क (अमेरिका) का 'पं. तिलक राज शर्मा स्मृति शिखर सम्मान'–2023, अंतरराष्ट्रीय पत्रिका चाणक्य वार्ता का 'आचार्य चाणक्य सम्मान–2022, कविता सृजन में दीर्घ यात्रा के लिए 'साकीबा पुष्प कविता शीर्ष सम्मान–2023, उपन्यास (सपनों की दुनिया में ब्लैक होल) के लिये द्राक्षा रत्न सम्मान– 2024, कविता संग्रह (कहीं और सच होंगे सपने) के लिए मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् का दुष्यंत कुमार पुरस्कार, आलोचना (कला की संगत) के लिए स्पंदन आलोचना सम्मान, अनुवाद (मास्को डायरी) के लिए मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का पुरस्कार एवं उपन्यास (जलतरंग) के लिए शैलेश मटियानी तथा अन्तरराष्ट्रीय वैली ऑफ वडर्स पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। समग्र साहित्यिक अवदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय दुष्यंत कुमार अलंकरण एवं राष्ट्रीय शिवमंगल सिंह सुमन अलंकरण, 'प्रो. आफा़क़ अहमद मेमोरियल राष्ट्रीय अवार्ड (हिंदी अदब)', पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ऑफ इंडिया का प्रतिष्ठा सम्मान 'द प्राईड ऑफ भोपाल' तथा 'शान-ए-भोपाल' भी प्राप्त हुए हैं।
संतोष चौबे जी की ओर से आईसेक्ट ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट अरविन्द चतुर्वेदी एवं आईसेक्ट पब्लिकेशन के प्रबंधक महीप निगम ने यह सम्मान ग्रहण किया।