मकर संक्रांति के बाद से लगातार शादियों का दौर जारी है. आपको भी कई बार भोज खाने का मौका मिला होगा. लेकिन, अब शादी, गृह प्रवेश सहित अन्य सभी शुभ कामों पर ब्रेक लगने जा रहा है, क्योंकि 14 मार्च से खरमास की शुरुआत होने जा रही है. पटना के मशहूर ज्योतिषविद डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि 12 मार्च की रात चन्द्रमा मेष राशि पर चला जाएगा.
13 मार्च को भद्रा रात्रि हो रही है और मूल की समाप्ति भी हो रही है. 14 मार्च से मीन की संक्रांति लगने से खरमास शुरू हो रहा है और यह 16 अप्रैल तक लागू रहेगा. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य प्रतिबंधित रहता है.
इस दिन से शुरू हो होगी शहनाइयों की गूंज
15 मार्च से 16 अप्रैल के बीच मीन राशि की संक्रांति की वजह से खरमास रहेगा. खरमास खत्म होने के बाद 18 अप्रैल से 22 अप्रैल के बीच शादियों का योग बन रहा है. अप्रैल महीने में कुल पांच शुभ लग्न मुहूर्त का है. 18, 19, 20, 21 और 22 अप्रैल को शादी-विवाह किया जा सकता है. इसके बाद 23 अप्रैल से 30 जून 2024 के बीच शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण विवाह कार्य पर रोक लग जायेगी. आपको बता दें कि शादियों के लग्न मुहूर्त देखते समय गुरु और शुक्र ग्रह की अच्छी स्थिति को सबसे पहले देखा जाता है. इनमें से ग्रह अस्त होने या खराब स्थिति में होने पर विवाह का मुहूर्त नहीं बनता है.
अप्रैल के बाद जून में हैं शादी के मुहूर्त
30 जून के बाद शादी का शुभ योग जुलाई महीने में बनते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस महीने आठ दिन विवाह के शुभ मुहूर्त है. इसके बाद अगस्त-सितंबर में फिर से शादियों पर ब्रेक रहेगी. अक्टूबर में छह दिन और नवंबर में 9 दिन विवाह का शुभ मुहूर्त बना है. आपको बता दें कि शादियों का सीजन सिर्फ वर-वधु के लिए शुभ नहीं रहता बल्कि व्यवसाय करने वालों के लिए भी फायदा का सौदा रहता है. इन दिनों कई दुकानों में अच्छी खरीदारी होती है.