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चीन का जासूसी जहाज अंडमान निकोबार भारत की जासूसी करने पहुंच गया

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बीजिंग
 मालदीव में जासूसी जहाज भेजने के बाद चीन ने एक और नापाक चाल चली है। चीन ने भारत के मिसाइल टेस्‍ट पर नजरें गड़ा दी हैं और अपने जासूसी जहाज शियांग यांग होंग 01 को अब बंगाल की खाड़ी में भेज दिया है। चीन का यह शक्तिशाली जासूसी जहाज अब अंडमान निकोबार भारतीय मुख्‍य भूमि के बीच में समुद्र के अंदर जासूसी करने पहुंच गया है। ताजा सैटलाइट तस्‍वीरों से पता चला है कि यह कथित 'शोध' जहाज रविवार को बंगाल की खाड़ी में घुस गया है। वह भी तब जब भारत ने 11 से 16 मार्च के बीच में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण ऐलान किया है। साथ ही यात्री विमानों को इस दौरान इलाके से दूर रहने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि भारत अपनी अग्नि श्रेणी की या के4 मिसाइल का निर्णायक परीक्षण कर सकता है। चीन का एक और जासूसी जहाज पहले से ही हिंद महासागर में मौजूद है।

बताया जा रहा है कि भारतीय मिसाइल के परीक्षण के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं और अब अधिकारी इसकी आखिरी जांच कर रहे हैं। द‍ प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत दो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलों के परीक्षण की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन मिसाइलों में से एक मिसाइल सबमरीन से दागे जाने वाली हो सकती है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक के4 सबमरीन लॉन्‍च मिसाइल और अग्नि 5 सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइल का टेस्‍ट किया जा सकता है। हालांकि यह मिसाइल परीक्षण अभी मौसम के हालात को देखते हुए निर्भर करेगा।

अग्नि 5 और के4 मिसाइलों में कितना दम?

भारत ने एक नोटिस जारी करके यात्री विमानों को आगाह किया है। इससे पहले के 4 मिसाइल का परीक्षण साल 2020 में हुआ था। इस मिसाइल का आंध्र प्रदेश के तट पर पानी के अंदर मौजूद एक स्‍ट्रक्‍चर से दागा गया था। भारत की के 4 मिसाइल सबमरीन से दागे जाने में सक्षम है और परमाणु हमला करने की क्षमता रखती है। इसकी मारक क्षमता 3500 किमी तक है। सॉलिड ईंधन से चलने वाली के 4 मिसाइल को डीआरडीओ ने बनाया है और इसे आईएनएस अरिहंत परमाणु सबमरीन में तैनात किया जाना है। इस मिसाइल का वजन 17 टन है और 2.2 टन पेलोड ले जाने में सक्षम है। इस मिसाइल को आने वाले समय में अन्‍य परमाणु मिसाइलों में तैनात किए जाने की योजना है।

भारत अब उन चुनिंदा देशों के ग्रुप में शामिल है जो परमाणु मिसाइलों को समुद्र, हवा और पानी के नीचे से दागने की क्षमता रखता है। इसे 'न्‍यूक्लियर ट्रायड' कहा जाता है। भारत के अलावा रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस के पास यह क्षमता है। भारत ने कम दूरी तक करने वाली के15 मिसाइल भी बनाई है जो पाकिस्‍तान को ध्‍यान में रखकर है। इसकी मारक क्षमता 750 किमी तक है और कराची को तबाह करने की ताकत है। वहीं अग्नि 5 मिसाइल की बात करें तो यह परमाणु दागने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 5400 किमी तक है। इस तरह से अग्नि 5 मिसाइल पूरे चीन में कहीं भी तबाही मचाने में सक्षम है। यह भारत की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है। माना जा रहा है कि इसी वजह से चीन ने अपने जासूसी जहाज को बंगाल की खाड़ी में भेजा है।

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