नई दिल्ली
विकसित भारत ब्रांड एंबेसडर के तहत देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। दिल्ली के पुराना किला पर इसके तहत आर्टिस्ट वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें अलग-अलग राज्यों से कलाकारों ने हिस्सा लिया। रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 'विकसित भारत' आर्टिस्ट वर्कशॉप में भाग लिया और देश भर से आये 50 हजार से अधिक कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। पीयूष गोयल ने कहा कि कलाकारों ने पेंटिंग के ज़रिए आने वाले समय के भारत की तस्वीर कैनवास पर उतारी है। विकसित भारत का जो संकल्प किया है, उसके तहत सरकार कला को आगे लेकर जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत मंडपम, यशोभूमि, वाणिज्य भवन जैसे अलग-अलग भवन में पेंटिंग लगाई जाती है। सरकार चाहती है कि हैंडलूम के जरिए पेंटिंग को आगे लेकर जाए। हमारी पेंटिंग्स देश ही नहीं विश्वभर में जानी जाए। आपकी कला को व्यापार कॉमर्स से जोड़ें जिससे आपकी आमदनी बढ़ेगी। इसके साथ ही नेशनल गैलरी, मॉडर्न आर्ट, ललित कला अकादमी मिलकर हमारे कलाकारों को एक साथ काम दें और भारत के कलाकार भी विकास करें, प्रगति करें।
रेल मंत्री ने कहा कि देश आज एक ऐसे मोड पर खड़ा है जब पूरा विश्व हमारी तरफ देख रहा है। पूरे विश्व को यह बात समझ में आ गई कि अब भारत निकल पड़ा है, अब भारत चल पड़ा है, अब भारत दौड़ पड़ा है, अब भारत रुकने वाला नहीं है। दुनिया की कोई ताकत भारत को पीछे नहीं छोड़ सकती। अगर दुनिया को आगे बढ़ना है तो भारत के साथ काम करना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस प्रकार से पूरे विश्व में भारत का परचम फहराया है, जिस प्रकार से आज भारत का पासपोर्ट लेकर हम में से कोई व्यक्ति दुनिया के किसी कोने में चला जाए, जो इज्जत, जो सम्मान 140 करोड़ देशवासियों को आज मिलती है, मैं समझता हूं सैकड़ों वर्ष में ऐसा सम्मान ऐसी इज्जत कभी नहीं मिली होगी।
उन्होंने कहा कि भारत का जो वर्चस्व है उसका एक प्रमाण आज तब मिला जब भारत का मुक्त व्यापार समझौता चार पश्चिमी विकसित देशों के समूह इप्टा के साथ संपन्न हुआ। इससे देश में कम से कम आठ-साढ़े आठ लाख करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आएगा और रोजगार के 10 लाख अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व, दूरदर्शिता और 2047 तक विकसित भारत बनाने के उनके विजन की तारीफ की – एक समृद्ध देश जिसमें कोई गरीब न हो, हर युवा को अच्छा मौका मिले, अच्छे रोजगार मिले, हर बच्चा जो भारत में पैदा होता है वह एक समृद्ध जीवन जिए, उसको हर प्रकार सुख सुविधाएं मिले और विश्व में भारत अपना सही स्थान ग्रहण करे। एक ऐसा विजन जो आगे आने वाले सैकड़ों वर्ष के लिए भारत और भारतवासियों को नई दिशा दिखाएगा। नई सोच के साथ, नए आत्मविश्वास के साथ एक आत्मनिर्भर भारत उभरेगा, एक विकसित भारत उभरेगा।