नई दिल्ली
हरमनप्रीत कौर ने अपना बल्ला चलाते हुए एक ऐसी स्क्रिप्ट लिखी, जिससे हर कोई उनका मुरीद बन गया। डब्ल्यूपीएल का रोमांच हर मैच के साथ बढ़ता जा रहा है। ऐसा ही एक रोमांचक मुकाबला शनिवार को गुजरात और मुंबई के बीच खेला गया जहां हरमनप्रीत ने 95 रन की नाबाद और मैच जिताऊ पारी खेली। शनिवार को अरुण जेटली स्टेडियम में 191 रनों का पीछा करते हुए हरमनप्रीत ने आखिरी छह ओवरों में 91 रन बनाकर मुंबई को एक गेंद शेष रहते 191 रनों का लक्ष्य हासिल करने में मदद की, जो अब प्रतियोगिता के इतिहास में सबसे सफल चेज है।
अपने बल्ले से हरमनप्रीत ने ऐसी जोर आजमाइश दिखाई कि उसे देखकर यकीनन किसी को भी मजा आ गया होगा। उन्होंने अपनी इस पारी से मुंबई इंडियंस को गुजरात जायंट्स पर सात विकेट की जीत के साथ-साथ डब्ल्यूपीएल 2024 के प्लेऑफ में क्वालीफाई भी कराया। 48 गेंदों में नाबाद 95 रन की पारी के दौरान हरमनप्रीत ने 5 छक्के और 10 चौके लगाए।
हरमनप्रीत के नाम अब डब्ल्यूपीएल में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड है। 13वें ओवर की समाप्ति पर स्ट्रैटेजिक टाइम-आउट से पहले हरमनप्रीत 19 गेंदों में दो चौकों की मदद से 18 रन पर थीं। इसके बाद, उन्होंने अगली 29 गेंदों पर 77 रन बनाकर शानदार जीत मुमकिन की।
मैच के बाद जियो सिनेमा पर हरमनप्रीत ने कहा, "इसमें कोई रहस्य नहीं है, यह सब गणना के बारे में है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, हर कोई जानता है कि रन चेज़ की गणना कैसे की जाती है। यदि स्कोरबोर्ड एक ओवर में 10 रन की मांग करता है, तो आप उसके अनुसार बल्लेबाजी करेंगे। ऐसा कोई विशेष मंत्र नहीं है जिसे मैं कह सकूं कि मैंने इसे हासिल करने के लिए उपयोग किया हो।
उन्होंने यह भी महसूस किया कि ऑलराउंडर सजना सजीवन ने कप्तान बेथ मूनी को आउट करके उन्हें खेल में वापस लाने में मदद की, जिसके परिणामस्वरूप गुजरात को अंतिम ओवरों में मुश्किलों का सामना करना पड़ा और टीम 190 रन तक ही पहुंच पाई। हरमनप्रीत ने कहा कि पहले 10 ओवरों में, हमने बहुत अधिक रन दिए। लेकिन जब सजीवन सजना ने बेथ को आउट किया, तो गति हमारी ओर बढ़ने लगी। विशेष रूप से अंतिम चार से पांच ओवर हमारे लिए अच्छे रहे।