गाजियाबाद
गाजियाबाद पुलिस ने एक फ्लैट, ऑफिस में चोरी हुए मामले का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 1.97 करोड़ रुपए कैश भी बरामद किए हैं। इससे पहले पुलिस इसी फ्लैट से 12.90 लाख रुपए बरामद कर चुकी है। पकड़े गए आरोपी मुकदमा दर्ज करवाने वाले विकास जैन के ड्राइवर और कुक हैं, जिन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया था। इस पूरी घटना में ईडी और आईटी की टीम भी शामिल हो रही है, जो विकास जैन के पास इतनी बड़ी रकम होने की जांच करेगी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 9 फरवरी को सूचना मिली कि अजनारा मार्केट क्रॉसिंग रिपब्लिक के एक फ्लैट का गेट खुला हुआ है। पुलिस ने अंदर जाकर देखा तो वहां पर एक बैग में 12.90 लाख रुपए रखे हुए थे। पुलिस ने उस फ्लैट के मालिक के बारे में पूछताछ शुरू की, लेकिन कोई नहीं मिला। उसके बाद 18 फरवरी को सूचना मिली कि मकान मालिक विकास जैन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनके फ्लैट, ऑफिस से 22 लाख रुपए और कुछ जेवरात चोरी हो गए हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। पूछताछ में पता लगा कि मलिक के घर पर रह रहे दो लोगों ने पूरी घटना को अंजाम दिया है। अतुल पांडे और अरुण कुमार मकान मालिक के घर में काम करते थे। इन लोगों को पता था कि मालिक के पास पैसे का मोटा लेन-देन होता है। इन लोगों ने चोरी की योजना बनाई। चोरी में इन लोगों ने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी शामिल किया था।
कुक अतुल पांडे ने फ्लैट की चाबियां चुराकर अपने दामाद बंटी को चोरी में शामिल किया। बंटी ने अपने मित्र सुनील को भी प्लान का हिस्सा बनाया। चारों ने चोरी की और फिर रकम को अपने ही एक रिश्तेदार नितिन के घर छुपा दिया। पुलिस ने जब इन दोनों को गिरफ्तार किया तो पता लगा कि रकम 2 करोड़ से ज्यादा थी। इनके पास से 1 करोड़ 97 लाख बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अतुल पांडे, अरुण कुमार और नितिन को गिरफ्तार किया है। अभी बंटी और सुनील फरार चल रहे है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोरी की बड़ी रकम लेकर दोनों फरार हो गए हैं।
इस मामले में एक और पेंच जुड़ गया है। पुलिस के मुताबिक मकान मालिक विकास जैन ने 22 लाख रुपए चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन, रकम 2.5 करोड़ से भी ज्यादा है। पुलिस ने इसकी सूचना इनकम टैक्स के साथ विभिन्न डिपार्टमेंट को भी दे दी है।