भोपाल
प्रदेश सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले प्रदेश के छह जिला मुख्यालयों का मास्टर प्लान लेकर आ सकती है। इन जिला मुख्यालयों में बालाघाट, पन्ना, अलीराजपुर, बड़वानी और श्योपुर शामिल हैं। सरकार के निर्देश पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इसकी पूरी तैयारियां कर ली है। दरअसल, इन जिला मुख्यालयों के मास्टरप्लान का प्रारूप पहले प्रकाशित हो चुका है। उसके बाद दावे-आपत्तियां शामिल करके नए सिरे से मास्टर प्लान जारी किए जाएंगे। इन शहरों के मास्टर प्लान अमृत गाइड लाइन के तहत बनाए गए हैं। साथ ही यह मास्टर प्लान जीआईएस बेस्ड होंगे। इन सभी शहरों के मास्टर प्लान 2035 तक की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए बनाए जा रहे हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारी इन मास्टर प्लानों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। विभाग की पूरी कोशिश है कि आने वाले एक हफ्ते बाद जो लोकसभा की आचार संहिता लगने जा रही है, उसके पहले इन छह शहरों के मास्टर प्लान लागू किए जाएं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के लगभग सभी जिला मुख्यालयों के मास्टर प्लान तैयार किए जा चुके हैं और अधिकतर में लागू भी कर दिए गए हैं। हाल ही में जनप्रतिनिधियों की राय के बाद भोपाल शहर का मास्टर प्लान 2047 तक की योजना बनाते हुए नए सिरे से बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह इंदौर और उज्जैन के मास्टर प्लान भी इस साल के अंत तक आने की संभावना है।
इन जिला मुख्यालयों के मास्टर प्लान अंतिम दौर में
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अफसर बालाघाट, पन्ना, अलीराजपुर, बड़वानी और श्योपुर जिला मुख्यालयों के मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। आने वाले एक-दो दिनों में इन्हें जारी किया जा सकता है।