भोपाल
उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार की अध्यक्षता में मंत्रालय में रीवा इंजीनियरिंग महाविद्यालय के शासी निकाय (संचालक मंडल) एवं साधारण सभा की 22वीं बैठक हुई। प्रस्तावित कार्यसूची के अनुरूप विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक चर्चा हुई। शासी निकाय (संचालक मंडल) एवं साधारण सभा की 21वीं बैठक का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। संस्था में स्नातक पाठ्यक्रम (सिविल/मैकेनिकल) हेतु एनबीए एक्रेडिटेशन अवधि में वृद्धि, नवीन निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण, परिसर में कन्या छात्रावास निर्माण, मैकेनिकल विभाग में आईसी इंजन लैब, मैकेनिक्स लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में कम्प्यूटर लैब एवं विभिन आवश्यक उपकरण क्रय सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
तकनीकी शिक्षा मंत्री परमार ने विद्यार्थियों के लिए अकादमिक गुणवत्ता के उत्थान हेतु व्यापक कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन के निर्देश दिए। परमार ने कहा कि संस्थान अपनी विशेषता और उत्कृष्टता पर व्यापक कार्य करे इससे विशिष्ट संदर्भ में संस्थान का नाम आलोकित हो। इसके लिए आईआईटी एवं मैनिट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण कर कार्यशैली और प्रणाली को आत्मसात कर व्यापक कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। परमार ने कहा कि परिसर एवं छात्रावास में छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी हो। विद्यार्थियों के लिए उच्चतम विन्यास (Higher Configuration) के कंप्यूटर्स के साथ लैब सुदृढ़ की जाए। परमार ने शासी निकाय की नियमित बैठक किए जाने को लेकर निर्देश दिए। महाविद्यालय के अकादमिक एवं शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने को कहा। वर्तमान परिदृश्य के अनुसरण में उद्योगों की आवश्यकता अनुरूप रोजगारपरक कोर्स एवं पाठ्यक्रम में आवश्यक परिवर्तन को लेकर व्यापक कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में अपर सचिव तकनीकी शिक्षा गौतम सिंह, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बी.के. अग्रवाल, अरुण पटेल, डॉ. आर.पी. तिवारी, डॉ. डी.के. जैन एवं डॉ. ए.के. दोहरे सहित सदस्यगण उपस्थित थे।