भोपाल
युवाओं से किए गए वायदे के संकल्प को पूरा करते हुए मध्यप्रदेश के स्टार्ट-अप्स को सीड केपिटल फंड से सशक्त बनाने के लिए जल्दी ही योजना प्रारंभ किए जाने पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने प्रयास शुरू किए हैं। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कुमार काश्यप ने मंत्रालय में सिडबी के अधिकारियों के साथ बैठक कर केपीटल की उपलब्धता पर विचार-विमर्श किया। विभाग के सचिव और उद्योग आयुक्त पी. नरहरि, लघु उद्योग निगम के प्रबंध संचालक रोहित सिंह, सिडबी के मुख्य महाप्रबंधक एस.पी. सिंह, महाप्रबंधक आर.एस. मीना और अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य शासन ने प्रदेश के स्टार्ट-अप्स को 100 करोड़ रूपये सीड फंड उपलब्ध करवाने का भरोसा दिलाया है। मंत्री काश्यप ने सिडबी के अधिकारियों से देश के अन्य राज्यों में उनके द्वारा फंड कलेक्टर और मैनेजर की भूमिका के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने मध्यप्रदेश के स्टार्ट-अप्स की स्थिति के अलावा प्रदेश के इंक्यूवेटर और सेंटर्स की जानकारी दी और प्रदेश की अपेक्षाओं से अवगत कराया।
बैठक में तय किया गया है कि सिडबी द्वारा प्रदेश के एमएसएमई विभाग के अफसरों को समन्वय के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रदेश में मात्र डेढ़ साल में ही 1825 महिला स्टार्ट-अप्स के साथ 3939 स्टार्ट-अप्स के गठन पर संतोष व्यक्त किया गया। प्रदेश के इंक्यूबेटर्स की संख्या पर भी चर्चा की गई। बैठक में अल्टरनेटिव इनवेस्ट फंड पर भी चर्चा हुई और सीड केपिटल फंड के लिए सिडबी के साथ ही आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया है।