श्रीनगर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने कश्मीर घाटी का दौरा करने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद यह पीएम मोदी का घाटी का ये पहला दौरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जा को समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने जम्मू-कश्मीर दौरे पर अनंतनाग जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों यहां यह जानकारी दी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री 7 मार्च को श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करेंगे और अपनी यात्रा के दौरान विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करेंगे। जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख रविंदर रैना ने कहा, "यहां के लोगों की लंबे समय से मांग थी कि प्रधानमंत्री आएं और उन्हें संबोधित करें। अब 7 मार्च को वह एक रैली को संबोधित करेंगे।"
सूत्रों ने बताया कि यह जनसभा आगामी आम चुनावों के लिए भाजपा के प्रचार अभियान के हिस्से के तहत होगी। भाजपा सूत्रों ने बताया, ''अनंतनाग जिले में प्रधानमंत्री की जनसभा अगले महीने के लिए निर्धारित है।'' वर्तमान योजना के अनुसार, शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र को प्रधानमंत्री की यात्रा के स्थल के रूप में अंतिम रूप दिया गया है। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं और हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान कई स्थानों पर वाहनों की औचक जांच कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने 20 फरवरी को केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया था। हालांकि इस दौरान उन्होंने जम्मू में एक रैली को संबोधित किया और 32,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। एक बीजेपी नेता ने कहा, "प्रधानमंत्री का दौरा काफी महत्व रखता है क्योंकि बीजेपी नया कश्मीर को अपनी प्रमुख उपलब्धियों में से एक के रूप में प्रदर्शित करने जा रही है।"
भाजपा अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें दक्षिणी कश्मीर के शोपियां, कुलगाम व अनंतनाग और जम्मू के राजौरी-पुंछ जैसे इलाके शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन से पहले, अनंतनाग सीट में केवल चार दक्षिण कश्मीर जिले – शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अनंतनाग ही शामिल थे।