रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तीसरे दिन असम के कलाकारों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा एवं वाद्ययंत्रों के साथ बीहू नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। असम की संस्कृति में इस नृत्य का विशेष महत्व है। वहां की जनजातियां बीहू उत्सव के अवसर पर यह नृत्य करती हैं। इस नृत्य में कलाकारों की परंपरागत रंग-बिरंगी वेशभूषा एवं लाल रंग, जो कि प्रसन्नता, समृद्धि एवं ऊर्जा का प्रतीक है, की प्रधानता थी। कलाकारों ने असम की जनजाति संस्कृति की जीवंत झलक प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया।