रायगढ़ से सुशील पांडेय की रिपोर्ट
रायगढ़। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ और कटक, ओडिशा में आर्ट आफ लिविंग के फाउंडर गुरू श्रीश्री रविशंकर द्वारा स्थापित श्रीश्री विश्वविद्यालय के बीच अनुसंधान, ज्ञान के आदान—प्रदान, प्रवेश एवं भर्ती सहित कई अन्य क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए करार हुआ है। इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आरडी पाटीदार एवं श्रीश्री यूनिवर्सिटी एसएसयू के कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को हस्ताक्षर किए।
जिंदल एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा रायगढ़ में स्थापित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम, नवीनतम शिक्षण पद्धति और अनुभवी फैकल्टी के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी का उद्देश्य युवाओं को इस तरह विकसित करना है कि भविष्य में वे अपने राज्य और देश के विकास में अपना योगदान देने के साथ पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना सकें। वहीं विश्वप्रसिद्ध आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक गुरू श्रीश्री रविशंकर द्वारा ओडिशा के कटक में श्रीश्री विश्वविद्यालय की स्थापना भी समान उद्देश्यों के लिए की गई है। यह मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने वाला देश का एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है, जो पश्चिमी नवाचारों को पूर्व के ज्ञान के साथ जोड़ता है। इस विश्वविद्यालय को यूजीसी, एआईसीटीई, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार और ओडिशा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है।
दोनों संस्थानों के बीच आपसी सहयोग की शुरूआत का सीधा लाभ यहां के विद्यार्थियों को मिलेगा। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान श्रीश्री यूनिवर्सिटी के कार्यकारी रजिस्ट्रार प्रो. बीआर शर्मा तथा ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर— इंटरनेशनल कोलेबोरेशन प्रो. अशोक श्रीवास्तव, डायरेक्टर—सेंटर फॉर रिसर्च एक्सीलेंस प्रो. सिद्धार्थ चक्रवर्ती, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख प्रो. उषा अरोरा, डीन— फैकल्टी आफ मैनेजमेंट स्टडीज प्रो. आरएन सतपथी, डीन—फैकल्टी आफ इमर्जिंग टेक्नालॉजी डॉ. विजयलक्ष्मी मोहंती, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जयलक्ष्मी सामल सहित दोनोंं विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।