शिमला
राज्यसभा की एक सीट के लिए मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में सभी 68 विधायकों ने वोटिंग की। भाजपा और कांग्रेस ने जीत हासिल करने के लिए पुरजोर कोशिश की। 40 विधायकों वाली भाजपा की धड़कन बढ़ाने में 25 सीट वाली भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। क्रॉस वोटिंग की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने अस्पताल के बिस्तर पर पड़े अपने एक विधायक को भी विधानसभा लाकर वोट डलवाया।
कांग्रेस के चिंतपूर्णी से विधायक सुदर्शन सिंह बबली बीमार होने की वजह से मतदान केंद्र पर दोपहर 12 बजे तक नहीं पहुंच पाए थे। कांग्रेस ने मंत्री अनिरुद्ध सिंह को जिम्मा सौंपा था कि बबली को सुरक्षित विधानसभा में लाककर वोट डलवाया जाए। बीमार विधायक सुदर्शन बबलू को हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचाया गया। उन्हें सहारा देते हुए विधानसभा में बने मतदान कक्ष तक पहुंचाया गया, जहां उन्होंने अपना वोट डाला।
सपा की तरह कांग्रेस में भी खेला! हिमाचल में भी क्रॉस वोटिंग की आशंका
सोमवार सुबह विधायक राज्यसभा चुनाव में हिस्सा लेने के लिए शिमला जा रहे थे। नंदपुर कुठियाड़ी से गुजरते समय एक रेस्टोरेंट में रुके थे। उसी दौरान किसी अधिकारी का फोन आने पर जब उनसे बात कर रहे थे तो अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। वह बेहोश होकर गिर पड़े। बताया जा रहा है कि विधायक की छाती में अचानक दर्द भी उठा था।
पीएसओ और अन्य लोग विधायक को तुरंत सिविल हॉस्पिटल अम्व ले गए। डॉक्टर ने उनका प्राथमिक उपचार करने के वाद क्षेत्रीय हॉस्पिटल ऊना रेफर कर दिया। लेकिन परिजन उन्हें निजी हॉस्पिटल होशियारपुर पंजाब ले गए। बीएमओ अम्ब डॉक्टर राजीव गर्ग से बात करने पर उन्होंने बताया की विधायक को प्राथमिक उपचार के वाद आगे रेफर कर दिया गया। उधर प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार शाम तक विधायक की तबीयत में सुधार हो गया।