चेन्नई
24 फरवरी को भाजपा में शामिल हुईं पूर्व कांग्रेस विधायक एस विजयधरानी ने देश की'सबसे पुरानी पार्टी' कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है। 37 साल बाद कांग्रेस को अलविदा कहने वालीं पूर्व कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि जब कांग्रेस में नेतृत्व की बात आती है तो महिलाओं को तवज्जो नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में पूर्व कांग्रेस विधायक एस विजयधरानी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी में महिलाओं के लिए कोई मंच नहीं है। पिछले 14 साल में मेरे अलावा कोई महिला विधायक नहीं बनी। पार्टी की कार्यप्रणाली इतनी दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे मुझे वहां रोक तक नहीं सके।'' उन्होंने कहा कि राजनीति में महिलाओं के लिए मुश्किलें पैदा की जा रही हैं और कहा कि पहली बार कांग्रेस में शामिल होने के 37 साल बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
उन्होंने सवाल किया, “आपको यह समझना होगा कि मैंने बदले में कुछ भी मांगे बिना काम किया। लेकिन यह सोचना गलत धारणा है कि नेतृत्व का पद महिलाओं को नहीं दिया जाना चाहिए। एक महिला को केवल विधायक बनकर ही क्यों रुकना चाहिए?” उन्होंने कहा कि उन्हें लगभग सात वर्षों तक इस तरह की मान्यता से वंचित रखा गया। विजयधरानी ने संसद में महिला सांसदों की संख्या के लिए भाजपा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “भाजपा ने महिलाओं के नेतृत्व गुणों को समझा है। इसी ने मुझे पार्टी में शामिल होने का फैसला किया।” विलावनकोड विधायक के रूप में विजयधारानी का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष अप्पावु ने रविवार को स्वीकार कर लिया है।
पीएम मोदी की तारीफ
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी कानून लाए हैं और जल्द ही महिलाओं के लिए आरक्षण लागू करेंगे। उन्होंने तीन तलाक को खत्म किया और मुस्लिम महिलाओं को संपत्ति पर समान अधिकार दिलाया। मुस्लिम महिलाएं सिर्फ भाजपा को ही वोट देंगी। आप उनका मन नहीं बदल सकते।'' गौरतलब है कि तमिलनाडु कांग्रेस के भीतर एक प्रमुख चेहरा विजयधरानी को 2021 में कन्याकुमारी जिले के विल्वनकोड निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुना गया था, जहां भाजपा की महत्वपूर्ण उपस्थिति है।