पटना
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर बड़ा दावा किया है। पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान मांझी ने कहा कि राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम व आरजेडी नेता पर जमकर हमला बोला। मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव अगर शिक्षक नियुक्ति की बात करते हों तो मैंने तो कहा है कि आज 21 लाख एकड़ जमीन भूदान, सीलिंग और बिहार सरकार की है। हमारे यहां मात्र 13 या 14 लाख परिवार ऐसे हैं, जिनके पास एक धुर जमीन नहीं है। अगर बंटवा देते वो (तेजस्वी यादव) तब हम मानते। मांझी ने आगे कहा कि राजस्व विभाग उनके ही पास था, तो वो तो ट्रांसफर और पोस्टिंग में पड़े थे, जिसको मुख्यमंत्री ने बंद कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे क्या साबित होता है कि मुख्यमंत्री का चलता है कि मंत्री का? इससे भी वो नहीं समझते हैं? अगर चलता तो आज सभी अंचलाधिकारी से 50-50 लाख रुपया लेकर हजारों करोड़ रुपया कमा लिए थे लोग, आज नतीजा होता कि सबकी पोस्टिंग हो जाती, लेकिन नीतीश कुमार ने रोक दिया। मुख्यमंत्री का वर्चस्व होता है और नियुक्ति में भी वही होता है। जब नीतीश कुमार नहीं चाहेंगे तो तेजस्वी यादव एक नियुक्ति नहीं कर सकते थे। आज जाकर क्या कह रहे हैं कि 17 महीने में हमने ये कर दिया।
जन विश्वास यात्रा पर निकले तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए मांझी ने कहा कि उनको चिंता करनी चाहिए थी तो बजट सेशन छोड़कर भाग गए हैं और बाहर जाकर उल-जुलूल बात कर रहे हैं। उनके बारे में मैं कहना चाहता हूं कि वो क्या कहते हैं कि मैंने 17 महीने में सब कुछ किया। क्या मुख्यमंत्री नहीं होता है? वो तो उपमुख्यमंत्री थे। उपमुख्यमंत्री कोई संवैधानिक पद होता है? ये अलग बात है कि उनको पांच विभाग दे दिया गया था।