पाकिस्तान के गिलगित-बल्तिस्तान में बरसात, बर्फ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
अफगानिस्तान में हिमस्खलन से भारी तबाही, 25 की मौत, बर्फ और मलबे में 30 लोगों के दबे होने की आशंका
तातिन घाटी में रातभर हुए हिमस्खलन से घर बर्फ और मलबे की परतों के नीचे दब गए
गिलगित/ काबुल
पाकिस्तान के गिलगित-बल्तिस्तान में रुक-रुक कर हो रही बारिश और बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगह तेज भूस्खलन हुआ है। कई स्थानों पर काराकोरम राजमार्ग और बलिस्तान रोड सहित प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। गिलगित-बल्तिस्तान से आने-जाने वाले हजारों यात्री सड़क अवरोधों के कारण फंसे हुए हैं। तापमान भी शून्य से नीचे चला गया है और बिजली बंद है।
डॉन समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, निचले इलाकों में तेज बारिश और ऊपरी इलाकों में शाम तक जमकर बर्फबारी हुई है। तेज बारिश के बीच पहाड़ से चट्टानें गिरने के कारण कोहिस्तान में अचर नाला के पास राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। भूस्खलन से काराकोरम राजमार्ग भी अवरुद्ध है । अचार नाले के करीब सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। भारी बर्फबारी के कारण स्कर्दू के राउंडू क्षेत्र में कई स्थानों पर बलिस्तान सड़क अवरुद्ध है। यहां भी हजारों यात्री फंस गए हैं।
बार्घो क्षेत्र में गिजेर-शंडूर रोड, ऊपरी इलाकों में लिंक सड़कें और अंतर-जिला सड़कें कट गईं। बर्फबारी के बाद ऊपरी इलाकों में सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं। ऊपरी इलाकों में तापमान शून्य से छह नीचे चला गया। घीजर, हुंजा, नगर, स्कर्दू, शिगार, खरमांग, अस्तोर और घांचे के ऊपरी इलाकों में तीन से छह इंच बर्फबारी हुई। रेस्क्यू 1122 के अनुसार, राउंडु के बागचा गांव के पास बल्तिस्तान रोड पर एक कार पर चट्टान गिरी। कार में सवार चार यात्रियों को मामूली चोट आई है। मौसम खराब होने की वजह से इस्लामाबाद, स्कर्दू और गिलगित के बीच उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। कई इलाकों में बिजली, मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी बाधित हो है।
मुख्यमंत्री हाजी गुलबर खान ने भारी बारिश और बर्फबारी के कारण संभावित स्थिति से निपटने के लिए जीबी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सभी संभागीय आयुक्तों, उपायुक्तों और सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को राहत और बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मौसम विज्ञान विभाग और प्रांतीय सरकार ने 27 फरवरी तक भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
अफगानिस्तान में हिमस्खलन से भारी तबाही, 25 की मौत, बर्फ और मलबे में 30 लोगों के दबे होने की आशंका
तातिन घाटी में रातभर हुए हिमस्खलन से घर बर्फ और मलबे की परतों के नीचे दब गए
अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नूरिस्तान में हिमस्खलन से भारी तबाही हुई है। कम से कम 25 लोगों की जान चली गई और आठ अन्य घायल हो गए। नूरिस्तान की तातिन घाटी के नाकरे गांव में रातभर हुए हिमस्खलन से घर बर्फ और मलबे की परतों के नीचे दब गए।
अफगानिस्तान टाइम्स और टोलो न्यूज के अनुसार, सूचना और संस्कृति के प्रांतीय प्रमुख जमीउल्लाह हाशिमी ने कहा है कि अभी भी बर्फबारी हो रही है। राहत और बचाव अभियान जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। लगभग 20 घर जमींदोज हो चुके हैं। गांव में व्यापक विनाश हुआ है। कई परिवार विस्थापित हो गए हैं।
नूरिस्तान प्रांत के सार्वजनिक कार्यों के प्रमुख मौलवी मोहम्मद नबी अदेल कहा कि मौसम अभी प्रतिकूल है। इसलिए हेलीकॉप्टर नूरिस्तान में नहीं उतर सकता। अवरुद्ध सड़कों ने बचाव अभियान को और जटिल बना दिया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की सीमा पर स्थित नूरिस्तान प्रांत में यह ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाका है। यह प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से अतिसंवेदनशील है।
जमीउल्लाह हाशिमी ने कहा है कि छह घरों के मलबे में अभी भी 25 से 30 शव दबे हुए हैं। पंजशीर के सुरक्षा कमान के प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रांत में हिमस्खलन के कारण दो खनिकों की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।