बीजिंग
चीन में अचानक से तापमान में 45 डिग्री की तेज गिरावट हुई. पारा माइनस 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. चीन की पत्रकार जेनिफर जेंग ने एक ट्वीट (X) किया. जिसमें सैकड़ों वाटरफाउल यानी जलपक्षी मरे हुए दिख रहे हैं. वो एक जमी हुई नदी पर मरे पड़े हैं. जेंग ये सवाल उठा रही हैं कि क्या ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से हुआ है?
चीन में दो बार तेजी से मौसम बदला. पहला रेतीला तूफान आया. दूसरा पारा गिरने के साथ-साथ तेज बर्फबारी हुई है. जेनिफर के वीडियो को देख कर लगता है कि अचानक तापमान गिरने से नदी जम गई, उसमें तैर रहे पक्षी वहीं फंसकर मर गए. उन्हें उड़ने का समय ही नहीं मिला.
ये वीडियो बेहद भयावह है. जिस तरह से दुनिया भर में तापमान बदल रहा है. उससे मौसमी बदलाव हो रहे हैं. ऐसे में ऐसी चरम आपदाएं कभी भी आ सकती हैं. बात सिर्फ इन मरे हुए पक्षियों की नहीं हैं. बल्कि इस नदी के अंदर मौजूद मछलियां भी इसी तरह से जम कर मर गई होंगी. या ठंड से मर गई होंगी.
पारा गिरने का 64 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
क्योंकि इन जलपक्षियों की संख्या बता रही है कि यहां पर मछलियां ज्यादा रही होंगी. तभी ये शिकार करने और प्रजनन करने नीचे पानी में आती हैं. चीन के शिनजियांग में 64 साल का रिकॉर्ड टूटा है. हड्डियां चटका देने वाला तापमान हो रखा है. सड़कों और हाईवे पर भयानक बर्फ जमा है. जिसकी वजह से यात्राएं मुश्किल हो गई हैं.
डीप फ्रीज कंडीशन में पहुंच गया है चीन
यह एक भयानक डीप फ्रीज कंडीशन है. चारों तरफ बर्फीला तूफान चल रहा है. बर्फबारी हो रही है. उत्तरपूर्वी राज्य हीलोंगजियांग में पिछले साल 22 जनवरी को तापमान माइनस 53 था. इस बार शिनजियांग में यह माइनस 52.3 डिग्री पहुंच गया है. इसके पहले शिनजियांग में 21 जनवरी 1960 में इतना कम तापमान था.
पोलर वॉर्टेक्स हो सकती है बड़ी वजह
चीन में फिलहाल 853 किलोमीटर लंबी सड़कों पर बर्फ पड़ी है. उन्हें हटाने का प्रयास किया जा रहा है. लोगों को यात्रा करने से मना किया गया है. 43 सड़कों को रोका गया है. 623 टोल नाकों को बंद कर दिया गया है. चीन में इस हड्डी कंपाने वाले मौसम से इनर मंगोलिया, उत्तरपूर्वी चीन, हुबेई का मध्य हिस्सा और हुनान प्रांत का दक्षिणी इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पीछे पोलर वॉरटेक्स (Polar Vortex) बड़ी वजह है.
मौसमी मार झेल रहा है चीन
चीन में पिछले साल से मौसम में बहुत ज्यादा बदलाव आए हैं. एक्स्ट्रीम वेदर यानी चरम मौसम की झड़ी लग गई है. कभी रेतीला तूफान आता है. कभी भयानक तेज बारिश होती है. कभी भयानक गर्मी पड़ती है. तो कभी तूफानों के चक्र में फंस जाता है चीन. दो दिन पहले भी चीन में भयानक रेतीला तूफान आया था.