महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा अनावरण के अवसर पर आयोजित सभा को रक्षा मंत्री ने किया संबोधित
महराजगंज। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की गौरवशाली परंपरा और सनातन धर्म की रक्षा में गोरक्षपीठ ने अहम योगदान निभाया है। राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गोरक्ष पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने हिंदू धर्म की गौरव गाथा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है, उन्हीं के बताए रास्तों पर चलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में विकास और विश्वास का नया माहौल बना रहे हैं। यही वजह है कि योगी का नाम सुनते ही गुंडे थरथर कांपते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार शाम करीब चार बजे चौक बाजार में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा अनावरण के अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के सूत्रधार बनकर हिंदू जनमानस को एकता के सूत्र में पिरोने वाले महान संत की प्रतिमा का अनावरण कर गौरव की अनुभूति हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी में अराजकता और गुंडागर्दी का माहौल था। गुंडे वर्दी पर भारी पड़ रहे थे, लेकिन जबसे योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आई है, उनका नाम सुनते ही गुंडों की धड़कने बढ़ जाती हैं।
उन्होंने कहा कि अवेद्यनाथ ने वाराणसी के डोम राजा के घर संतों के साथ सहभोज कर छुआछूत की प्रथा को समाप्त करने का ऐतिहासिक कार्य किया था। मीनाक्षी मंदिर में दलितों के प्रवेश पर रोक के खिलाफ अवेद्यनाथ ने दलितों के साथ आंदोलन किया था। राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। लोककल्याण की दिशा में किया गया योगी आदित्यनाथ का एक-एक कार्य नाथ संप्रदाय के लोक कल्याणकारी परंपराओं पर आधारित है।
00 भविष्य के गर्भ में क्या है उसे संत देख लेते हैं
रक्षामंत्री ने कहा कि पूज्य महंत अवेद्यनाथ ने राष्ट्रीयता, सामाजिक समरसता और समाज को जोड़ने का काम किया, योगी आदित्यनाथ उन्हीं के मार्ग पर चलते हुए इसे तेजी से बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य के गर्भ में क्या है उसे संत देख लेते हैं। महंत अवेद्यनाथ जी भी ऐसे ही थे। उन्होंने ऐसा उत्तराधिकारी चुना जो सनातन संस्कृति की रक्षा कर सके, सामाजिक समरसता का लक्ष्य प्राप्त कर सके और जरूरत पड़ने पर उत्तर प्रदेश का नेतृत्व भी कर सके। ये सारे कार्य योगी जी कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैंने बहुत प्रतिमाओं का अनावरण देखा। सामान्यत: उसके अनावरण में लोगो की बहुत ज्यादा रुचि नहीं होती लेकिन यहां जिस तरह लोग ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शांत चित्त से बैठे हैं, ये सनातन धर्म व संस्कृति के प्रति आस्था को दर्शाता है।