मॉस्को.
राष्ट्रपति पुतिन के मुखर आलोचक एलेक्सई नवलनी की जेल में मौत के बाद जेल अधिकारियों ने उनका शव परिजनों को सौंपने से इनकार कर दिया है। नवलनी के समर्थकों का आरोप है कि रूसी सरकार ने ही नवलनी की हत्या की है और अब वे सबूत मिटाने के लिए ही शव नहीं सौंप रहे हैं। क्रेमलिन की तरफ से अभी तक नवलनी की मौत को लेकर पूरी तरह से चुप्पी साधी गई है।
47 वर्षीय एलेक्सई नवलनी की बीते शुक्रवार को रूस की सबसे खतरनाक और सख्त जेलों में से एक आर्कटिक जेल में मौत हो गई थी। नवलनी बीते तीन वर्षों से जेल में बंद थे। नवलनी की मौत के बाद पश्चिमी देशों के नेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की और रूसी सरकार और राष्ट्रपति पुतिन को नवलनी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। पश्चिमी देश पुतिन सरकार पर ही नवलनी की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। शनिवार को नवलनी की मां अपने वकील के साथ नवलनी का शव लेने आर्कटिक जेल पहुंची, लेकिन जेल अधिकारियों ने शव सौंपने से इनकार कर दिया।
रूस में जगह-जगह हुईं पुलिस और समर्थकों के बीच झड़प
नवलनी समर्थकों ने सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में लिखा कि सरकार सबूत मिटाना चाहती है और इसी वजह से वे शव नहीं सौंप रहे हैं। रूस में नवलनी की मौत के बाद उनके समर्थक विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। शनिवार को कई जगहों पर छिटपुट झड़प की घटनाएं भी हुईं और पुलिस ने 30 से ज्यादा शहरों में 340 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया है। राजधानी मॉस्को में भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नवलनी के समर्थकों ने उनके सम्मान में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की।
नवलनी की पत्नी ने म्यूनिख सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए पुतिन सरकार पर आरोप लगाए और कहा कि पुतिन को इसका जवाब देना होगा और नवलनी की मौत की सजा भुगतनी पड़ेगी। नवलनी की पत्नी यूलिया ने पश्चिमी देशों को पुतिन के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। रूस के नोबल पुरस्कार विजेता दिमित्री मुरातोव ने कहा कि नवलनी की मौत एक हत्या है और उन्हें बीते तीन वर्षों में जेल में काफी प्रताड़ित किया गया।