भोपाल
रेलवे में प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं। इसके लिए कुछ यात्री आरक्षण(रिजर्वेशन) कराते हैं, जबकि कुछ यात्री अनारक्षित टिकट से यात्रा करते हैं। वहीं कुछ यात्री ऐसे भी होते हैं, जो कि बिना टिकट के ही यात्रा करते हैं। जिससे रेलवे को राजस्व का नुकसान होता है। रेलवे ने अभियान चलाकर बिना टिकट यात्रियों से पिछले एक वर्ष में 38 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है। वहीं 6.21 लाख यात्री को बिना टिकट यात्रा करने के साथ-साथ, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान के पकड़ा गया है। जनवरी महीने का 2.80 करोड़ रुपए अतिरिक्त प्रभार लगाया। इस दौरान 46 हजार से अधिक यात्री को पकड़ा गया। भोपाल में बिना टिकट यात्रा करने के साथ-साथ, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान से अतिरिक्त प्रभार वसूला गया है।
टिकट चेकिंग में सख्ती के बाद राजस्व में वृद्धि हुई
जानकारी के अनुसार बिना टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ पश्चिम मध्य रेलवे ने सख्त रवैया अपना लिया है। इसी कड़ी में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। टिकट चेकिंग के लिए अलग-अलग स्टेशन और ट्रेनों में स्टाफ को भेजा जा रहा है। टिकट चेकिंग स्टाफ बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। रेलवे ने कहा है कि सख्ती के बाद राजस्व में वृद्धि हुई है, रेलवे का दावा है कि कार्रवाई से अधिकृत मुसाफिरों की यात्रा को ज्यादा सुगम और सुरक्षित बनाया जा सकता है। वैध यात्रियों को बिना टिकट के यात्रा करने वाले मुसाफिरों से परेशानी झेलती पड़ती है।
चेकिंग के तहत पिछले एक वर्ष में पश्चिम मध्य रेलवे ने 38 करोड़ रुपए का राजस्व कमाया। रेलवे के मुताबिक इस प्रकार की जांच अभियान से एक तरफ अधिकृत यात्रियों की यात्रा सुरक्षित और सुगम होगी। वहीं अनाधिकृत और अनियमित तरीके से यात्रा करने वाले लोगों पर अंकुश लगेगा। इसके साथ ही ट्रेनों और प्लेटफार्म पर भी अनाधिकृत यात्रियों के प्रवेश को रोका जा सकेगा।