Home मध्यप्रदेश प्रदेश के सिर्फ 36 जिलों को मिला क्रमोन्नति लाभ

प्रदेश के सिर्फ 36 जिलों को मिला क्रमोन्नति लाभ

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भोपाल

मध्यप्रदेश में 12 और 14 साल की सेवा पूरी करने वाले प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को पहली और दूसरी क्रमोन्नति देने का प्रावधान है। लेकिन प्रदेश के निवाड़ी, सिंगरौली और दतिया जिले में जनजातीय कार्य विभाग में इसके लिए कोई पात्र शिक्षक नहीं मिला है। जबकि 36 जिलों के शिक्षकों को इसका लाभ दिया जा चुका है और तेरह जिलों में इसका लाभ देने की प्रक्रिया चल रही है।

प्रदेश में शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इसलिए शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को पदोन्नति नहीं मिल पा रही है। लेकिन विभाग ने यह प्रावधान किया हुआ है कि प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को 12 वर्ष की सेवा पूरी करने पर पहली क्रमोन्नति और 24 वर्ष की सेवा पूरी करने पर दूसरी क्रमोन्नति का लाभ दिया जा रहा है। सभी शिक्षाकर्मी और संविदा शाला शिक्षकों को इसका लाभ दिया जा रहा है। इसमें उनकी नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि की गणना की गई है। स्कूल शिक्षा विभाग की तर्ज पर जनजातीय कार्य विभाग के शिक्षकों को भी 5 अक्टूबर 2023 को जनजातीय कार्य विभाग द्वारा यह प्रावधान लागू कर दिए गए हैं। प्रावधान लागू होने के बाद प्रदेश के तीन जिलों निवाड़ी, सिंगरौली और दतिया में इसके लिए कोई भी पात्र शिक्षक नहीं मिले हैं, जिसके कारण उन्हें क्रमोन्नति योजना का लाभ नहीं दिया गया।

इन जिलों में चल रही प्रक्रिया
13 जिलों में इस प्रावधान का लाभ दिए जाने के लिए प्रक्रिया चल रही है। इन जिलों में सतना, भोपाल, ग्वालियर, अलीराजपुर, श्योपुर, शहडोल, शिवपुरी, रतलाम, विदिशा, मंदसौर, अशोकनगर, सीधी और खंडवा जिले शामिल है।

इन जिलों में मिला लाभ
प्रदेश के 36 जिलों में इस योजना का लाभ शिक्षकों को मिल चुका है। इनमें उमरिया, सागर, इंदौर, रायसेन, नीमच,  गुना, उज्जैन, अनूपपुर, धार, बड़वानी, भिंड, नर्मदापुरम, बैतूल, झाबुआ, नरसिंहपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, सीहोर, देवास, हरदा, रीवा, बुरहानपुर, पन्ना, मुरैना, टीकमगढ़, दमोह,छिंदवाड़ा, राजगढ़, खरगौन, शाजापुर, आगर मालवा, कटनी जिलों में क्रमोन्नति का लाभ दिया गया है।

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