रीवा में अब कचरे से भी बनेगी बिजली – उप मुख्यमंत्री शुक्ल
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का किया शुभारंभ 6 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन – उप मुख्यमंत्री शुक्ल
वन्यप्राणी कछुआ एवं रेडसेण्डबोआ सांप की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह के 5 सदस्य हुए गिरफ्तार
भोपाल
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा में अब कोयला, पानी, सोलर के बाद कचरे से भी बिजली बनाई जाएगी। नगरीय निकायों से निकलने वाले कचरे का निष्पादन कर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट से 6 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि कचरे के निष्पादन से जहाँ बिजली पैदा होगी वहीं दूसरी ओर अपशिष्ट प्रबंधन के तहत रीवा व विन्ध्य को साफ सुथरा बनाने का संकल्प भी पूरा होगा। उप मुख्यमंत्री ने रीवा के ग्राम पहड़िया में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत 158 करोड़ 67 लाख रुपए की लागत के वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शुभारंभ किया।
28 नगरीय निकायों के कचरे से अब बनेगी बिजली
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि इस संयंत्र से रीवा संभाग के 28 नगरीय निकायों का कचरा बिजली बनाने के काम में आएगा। उन्होंने कहा कि शहरों को साफ-सुथरा बनाने में जागरूकता के साथ-साथ अधोसंरचनात्मक कार्यों की भी आवश्यकता होती है। इस अत्याधुनिक संयंत्र से ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन होगा और इसकी चिमनी से जो धुंआ निकलेगा वह भी किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं होगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारी को रोकने में स्वच्छता की सबसे बड़ी जरूरत होती है। सभी नागरिक शहर व गांव को स्वच्छ रखने में समवेत हों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय आंदोलन के संकल्प को पूरा करने में भागीदार बनें।
350 टन प्रति दिवस कचरा होगा निष्पादित
उल्लेखनीय है कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की क्षमता 350 टन प्रति दिवस है। कचरे से बिजली उत्पादन के बाद राख का पुन: उपयोग होगा तथा कचरे के जलने से उत्पन्न होने वाली हानिकारक गैसों को पूर्ण रूप से निष्पादन कर वायुमण्डल में छोड़ा जाएगा। यह अत्याधुनिक प्लांट देश का 9वां प्लांट है जो अपशिष्ट को निष्पादित कर बिजली उत्पादन के साथ स्वच्छ भारत के संकल्प को पूरा करेगा।
सांसद जनार्दन मिश्र, अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय, महापौर सतना योगेश ताम्रकार, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, आयुक्त नगर निगम श्रीमती संस्कृति जैन सहित सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि रहे।
वन्यप्राणी कछुआ एवं रेडसेण्डबोआ सांप की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह के 5 सदस्य हुए गिरफ्तार
भोपाल
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) मध्यप्रदेश को वन्यजीवों की तस्करी की गुप्त सूचना के आधार पर टाइगर स्ट्राइक फोर्स, इन्दौर के द्वारा 14 फरवरी को बिजवाड़-कांटाफोड़ मार्ग पर वन्यप्राणियों की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को 2 नग रेडसेण्डबोआ सांप, 3 नग इण्डियन फ्लेपशेल टर्टल (कछुआ) 2 मोटर साइकिल के साथ घेराबंदी कर पकड़ा गया।
उक्त आरोपियों की निशानदेही पर इनके गिरोह के अन्य दो साथी को 1 नग कछुआ इण्डियन फ्लेपशेल टर्टल (कछुआ), 1 नग स्कूटी दो पहिया वाहन के साथ घेराबंदी कर पकड़ा गया। उक्त पाँचों आरोपियों के विरूद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
आरोपियों को विशेष न्यायालय, इन्दौर के समक्ष पेश कर 16 फरवरी 2024 तक की रिमान्ड पर लेकर पूछताछ की गई। न्यायालय द्वारा उक्त आरोपियों की जमानत निरस्त कर जेल भेज दिया गया है। प्रकरण में एक संगठित गिरोह होने की संभावना है। प्रकरण में विवेचना जारी है।