खंडवा
गरीब उपभोक्ताओं को मुफ्त का राशन लेने के लिए अब राशन दुकानों पर पहुंचकर ई- केवाइसी कराना होगा। इसके लिए एक माह का समय शेष बचा है। इसके बाद ई-केवायसी नहीं होने पर उन्हें हर महीने कंट्रोल दुकान से मिलने वाला राशन बंद हो जाएगा और वे गरीबी रेखा सहित अन्य श्रेणियों से बाहर हो जाएंगे।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अनुसार खंडवा जिले के 9.85 लाख उपभोक्ताओं में 7.35 लाख ने ही ई-केवाईसी करवाया है। जबकि 2.50 लाख के लगभग उपभोक्ताओं की अब तक ई-केवायसी नहीं हुई है। एक महीने में ई-केवायसी नहीं करने पर इन उपभोक्ताओं को राशन मिलना बंद हो जाएगा।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले की 446 कंट्रोल दुकानों से हर महीने नौ लाख 85 हजार उपभोक्ताओं में प्रति उपभोक्ता को पांच किलो गेहूं, तीन किलो चावल व नमक का वितरण किया जाता है।
वर्तमान में कंट्रोल दुकान पर स्थित पीओएस मशीन में परिवार के वरिष्ठ सदस्य का अंगूठा लगाने पर परिवार के सभी सदस्यों का राशन मिल जाता था, लेकिन अब सारे सदस्यों को एक बार कंट्रोल दुकान पर पहुंचकर अपने अंगूठे का मिलान कराना होगा।
ई-केवायसी होने के बाद कोई भी उपभोक्ता कहीं से भी अपना राशन ले सकता है। साथ ही ऐसे व्यक्ति जिसका नाम राशन कार्ड में है और उनकी मृत्यु हो गई है या उसकी शादी हो गई है उनके नाम ई-केवायसी के जरिए आटोमेटिक हटा दिए जाएंगे।
ई केवाईसी नहीं करने पर नाम हटा दिया जाएगा
शासन के निर्देश मिलने के बाद राशन दुकानदारों ने भी राशन लेने आने वाले व्यक्तियों से ई-केवाईसी करवाना शुरू कर दिया है साथ ही ऐसे लोग जो राशन दुकान तक आने में असमर्थ है, उनके घर राशन दुकानदार जाकर ई-केवायसी कर उनको राशन दिया जाएगा। सभी से अपील की गई है कि अपने पुरे परिवार के सदस्यों का शीघ्र करवा लें अन्यथा राशन से वंचित होना पड़ेगा।
जरुरी है ई-केवायसी
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि अब राशन लेने के लिए परिवार के सभी सदस्यों को ई-केवाईसी करना जरूरी हो गया है। ई-केवायसी करने से कहीं का भी व्यक्ति किसी भी जिले राशन ले सकता है। ई-केवाईसी होने के बाद जिनकी मृत्यु हो गई हो या शादी हो गई हो और उन्होंने अपना नाम नहीं कटाया, तो उनके नाम आटोमेटिक हट जाएंगे।