भोपाल
मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचलों के लोगों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार अब बीमारों के घर पहुंचकर उनका इलाज करेगी। इसके लिए मध्यप्रदेश के आदिवासी ब्लाकों में मोबाइल मेडिकल वेन शुरु की जाएगी। प्रधानमंत्री अनुसूचित जनजाति महाअभियान के अंतर्गत प्रदेश में ये मोबाइल मेडिकल वेन शुरु की जाएंगी। ये मोबाइल मेडिकल वेन काफी हाईटेक होंगी। इनमें हाईटेक मशीनें भी होंगी। जांच के लिए तमाम इंतजाम इसमें होंगे। सभी आवश्यक दवाएं भी इस वेन में उपलब्ध रहेगी। वेन के साथ एक चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा। ये मोबाइल मैडिकल वेन राजधानी से लेकर जिला स्तर और उसके नीचे ग्रामीण अंचलों तक पहुंचेगी।
इस मोबाइल मेडिकल वेन का लाभ लेने के लिए एक हेल्पलाईन नंबर भी जारी किया जाएगा। इस नंबर पर कॉल कर इस सुविधा का लाभ लिया जा सकेगा। इस वेन के प्रारंभ होंने से उन मरीजों को लाभ मिल सकेगा जो वृद्ध है, महिलाएं है, छोटे बच्चे है। जो अस्पतालों में जाने में असमर्थ है। मरीज या उसके परिजनों के कॉल किए जाने के बाद यह मोबाइल मेउिकल वेन उसके घर पहुंचेगी। वेन में मौजूद चिकित्सक, स्टाफ मरीज का परीक्षण करेगा।
उसे तत्काल जिस तरह की दवाएं दी जा सकती है वह दी जाएगी। यदि उसका किसी प्रकार का रक्त परीक्षण या अन्य परीक्षण किया जाना है तो सेम्पल भी वहीं ले लिया जाएगा। यदि किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती कर उसके आपरेशन या लंबे उपचार की आवश्यकता होगी तो यह मोबाइल मेडिकल वेन उसे लेकेर अस्पताल तक भी पहुंचाएगी और उसका आॅपरेशन और विस्तृत उपचार वहां हो सकेगा। इस सुविधा के प्रारंभ होंने से गांव-गांव तक अभियान चलाकर मरीजों का उपचार किया जाएगा और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं दी जाएंगी। गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, नवजात शिशुओं का टीकाकरण और अन्य दवाएं भी इन मोबाइल मेडिकल वेन के जरिए किया जा सकेगा।
हर जिले में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज
राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा सुविधाओंं में वृद्धि करने जा रही है। नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। इससे संबद्ध अस्पताल भी खोले जाएंगे। इससे मेडिकल कॉलेज की सीटें भी बढ़ेंगी और इसके बाद यहां से निकलने वाले चिकित्सकों की संख्या भी बढ़ेगी। हर जिले में इससे चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार होगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी। जिला स्तर पर ही जटिल रोगों के इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल का कहना है कि हम जिला और ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए मदद कर रहे है। केन्द्र सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज दे रही है। हर जिले में सभी तरह के इलाज की सुविधाएं इससे मिल सकेंगी।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिलों के बाद आकांक्षी ब्लाक बनेंगे
मध्यप्रदेश में अब आकांक्षी जिलों के बाद आकांक्षी ब्लॉक भी बनाए जाएंगे। जिस तरह आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया गया है उसी तरह अब ग्रामीण अंचलों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए आकांक्षी ब्लाक पर काम किया जाएगा। हर आकांक्षी ब्लॉक में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं ग्रामीणों को भी मिल सके इस दिशा में काम किया जाएगा। स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल का कहना है कि आकांक्षी ब्लॉक में उन कमजोर क्षेत्रों को चुना जाएगा जहां अभी अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है। वहां अब जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
प्रदेश के गांवों को मिलेगी सुविधा
प्रदेश के आदिवासी अंचलों में राज्य सरकार मोबाइल मेडिकल वेन शुरू करेगी। जिसके जरिए बीमारों के घरों तक पहुंचकर इलाज किया जाएगा, परामर्श, उपचार के साथ दवाएं भी दी जाएंगी।
–नरेन्द्र शिवाजी पटेल, राज्यमंत्री लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण