ग्वालियर
केन्द्र में मोदी सरकार की हैट्रिक का दावा कर रही भारतीय जनता पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में कई सांसदों के टिकट काटने वाली है। खासतौर से ग्वालियर-चंबल संभाग की सभी चारों लोकसभा सीटों पर पार्टी इस बार नए चेहरों पर दाव लगा सकती है।
इनमें से एक सीट पर महिला और एक पर युवा चेहरा मैदान उतारे जाने की तैयारी है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी भाजपा इस बार चुनावी पिच पर काफी आक्रामक अंदाज में बैटिंग करने वाली है। इस सिलसिले में पार्टी ने लोकसभा ऑब्जर्वर्स की तैनाती से लेकर बूथ लेबल तक अपने कैडर को लाइनअप करना भी शुरु कर दिया है। इस बीच खास बात ये है कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट वितरण के लिए जो कड़े प्रावधान तय किए हैं, उसका असर पार्टी के 40 फीसदी सांसदों पर पड़ने का अनुमान है।
इन सीटों को भी हल्के में नहीं ले रही भाजपा
इधर सांसद से विधायक बने नेताओं की लोकसभा सीट पर भी सोमवार को आब्जर्वर बनाए गए। इनमें से मुरैना, दमोह, होशंगाबाद लोकसभा क्षेत्रों के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा और मंत्री राकेश सिंह को आब्जर्वर बनाया गया है। ये तीनों नेता भी अपने-अपने क्षेत्र में मंगलवार को बैठक लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
मुरैना में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और हेमंत खंडेलवाल दोपहर में पार्टी नेताओं को संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसी तरह दमोह में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और आलोक संजर शाम को बैठक लेंगे। होंशगाबाद में मंत्री राकेश सिंह और अर्चना चिटनीस भी शाम को बैठक लेने जा रही है। इस दौरान ये सभी जमीन हकीकत जानने के साथ ही यहां से दावेदारी करने वाले नेताओं से बातचीत करेंगे।