भोपाल
माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को विद्या की देवी मां सरस्वती का प्रकटोत्सव मनाया जाएगा। इस बार 3 शुभ योगोंं में 14 फरवरी को वसंत पंचमी का त्योहार मनया जाएगा।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस दिन शुभ योग, शुक्ल योग, रवि योग और रेवती नक्षत्र का निर्माण हो रहा है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होगी। वसंत पंचमी का आगमन साल के शिक्षा और कला में नए आरंभों का प्रतीक होता है। इसी दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। वसंत पंचमी पर राजधानी में विभिन्न अनुष्ठान और कार्यक्रम होंगे। बरखेड़ा और निशातपुरा में मां सरस्वती की सुंदर प्रतिमाएं हैं। यहां वसंत पंचमी पर मेला भी लगेगा। 3 क्विंटल हलवे का प्रसाद बंटेगा। वहीं सोमवारा में भजन प्रतियोगिता होगी। बरखेड़ा मंदिर में 300 से ज्यादा बच्चों को विद्याआरंभ संस्कार कराया जाएगा।
पंचांग अनुसार शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 2 बजकर 41 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी। वहीं, पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजे से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। जिसकी पूरी अवधि 5 घंटे 35 मिनट तक की है।
इन योगों का हो रहा निर्माण
शुभ योग- सुबह 07 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
शुक्ल योग- सुबह 07 बजकर 56 मिनट पर शुरू होकर 10 बजकर 30 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
रवि योग- सुबह 10 बजकर 43 मिनट से 15 फरवरी सुबह 07 बजे तक रहेगा।
रेवती नक्षत्र- सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।