भोपाल
प्रदेश के 84 पुलिस निरीक्षकों को कार्यवाहक डीएसपी का प्रभार दिया जाएगा, इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने छानबीन समिति गठित की है। समिति इन अधिकारियों का पूरा ब्योरा देख रही है। यह परीक्षण किया जा रहा है कि सेवाकाल में इनका रिकार्ड खराब तो नहीं रहा है। पदोन्नति में सुप्रीम कोर्ट से रोक होने की वजह से कार्यवाहक का प्रभार दिया जा रहा है। बता दें कि मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने पुलिस मुख्यालय में बैठक लेकर अधिकारियों को निर्धारित समय में पदोन्नत करने के लिए कहा था।
आचार संंहिता लगने के पहले इन्हें पदोन्नति
छानबीन पूरी होने के बाद समिति की रिपोर्ट डीजीपी के माध्यम से गृह विभाग को भेजी जाएगी। आचार संंहिता लगने के पहले इन्हें पदोन्नति देने की तैयारी है। पुलिस मुख्यालय की प्रशासन शाखा के अधिकारियों ने बताया के पदोन्नति के लिए 250 से अधिक निरीक्षकों का सेवा विवरण देखा जा रहा है। इनमें फिर वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिए निरीक्षकों के नाम चिह्नित किए जाएंगे।
उप निरीक्षकों को भी मिलेगी पदोन्नति
निरीक्षकों के अतिरिक्त उप निरीक्षकों को भी पदोन्नत करने की तैयारी चल रही है। 179 प्रमोटी उप निरीक्षकों को कार्यवाहक निरीक्षक बनाया जाएगा। इसके लिए छानबीन समिति गठित कर नाम चिह्नित किए जा रहे हैँ। इसके बाद प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।