भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की समृद्ध संस्कृति और शिक्षा के महत्व को वास्तविक अर्थों में समाहित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की है। व्यापक विचार और मंथन के साथ नवीन शिक्षा नीति में हमारी गौरवशाली सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विरासत का समावेश किया गया है। आज नवीन शिक्षा नीति के माध्यम से हमारा खोया हुआ गौरव वापस लौट रहा है, जिससे भारत अपनी "वसुधैव कुटुंबकम" की परंपरा को स्थापित करते हुए पुनः विश्व गुरु के परम वैभव की प्राप्ति की ओर अग्रसर है। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने शुक्रवार को नर्मदापुरम जिले के बनखेड़ी में 5 करोड़ 46 लाख 17 हजार रुपए की लागत से नवनिर्मित शासकीय महाविद्यालय भवन के लोकार्पण समारोह में कही।
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नवीन भवन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा आज बनखेड़ी के समस्त विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों में नवीन भवन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा है। परमार ने कहा कि राज्य सरकार, उच्च शिक्षा से अधोसंरचनाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्धता से निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसरण में दृढ़ता से क्रियान्वयन हो रहा है।
इस अवसर पर पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, दर्शन सिंह चौधरी, माधवदास अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्ष हरीश मालानी, जनपद अध्यक्ष श्रीमति पूनम पटैल, महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सतीश पिपलौदे सहित प्राध्यापकगण, विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश को कृषि उत्पादों के निर्यात में मिली बड़ी सफलता
ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप रवाना
कृषि प्र-संस्कृत खाद्य निर्यात प्राधिकरण (एपीडा) ने प्रदेश के कृषि निर्यात के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। एपीडा के सहयोग से मध्यप्रदेश के एक्सपोर्टर द्वारा ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप की गाड़ी को हरी-झण्डी दिखाकर शुक्रवार को रवाना किया गया। इस अवसर पर एपीडा के जनरल मैनेजर डॉ. वी.के. विद्यार्थी, एपीडा के बोर्ड मेम्बर श्री संतोष गोयल, एक्सपोर्टर मैसर्स बॉयोनाइट्रेंट्स प्रायवेट लिमिटेड भोपाल के प्रतिनिधि और इम्पोर्टर मैसर्स इंटरनेशनल टूरिज्म रेस्टॉरेंट कम्पनी ओमान के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
भारत सरकार द्वारा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एपीडा निर्यातकों को अपने उत्पाद विदेशों में निर्यात करने में आवश्यक सहयोग मुहैया कराता है। एपीडा की मध्यस्थता से ओमान के साथ बॉयोन्यूट्रेंट (इण्डिया) प्रायवेट लिमिटेड के मध्य दीर्घकालिक अनुबंध हुआ है, जिसमें एक निश्चित मात्रा में शुष्क सोयाबीन मिल्क पावडर नियमित रूप से ओमान भेजा जायेगा। इसका प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों को मिलेगा तथा कृषि उत्पादों के निर्यात की नई संभावनाओं का उदय होगा। एपीडा का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुसूचित उत्पादों को बढ़ावा देना है। एपीडा के प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों से कई नये उत्पाद विदेशों में सफलतापूर्वक निर्यात किये जा रहे हैं।
ओमान को शुष्क दूध पावडर भेजने वाले निर्यातक ने बताया कि देश में उच्च प्र-संस्करण लागत के कारण सीमित मात्रा में विनिर्माण कम्पनियाँ सोया मिल्क पावडर का उत्पादन कर रही है। उन्होंने बताया कि उनकी कम्पनी देश में रियल, हल्दीराम और अन्य कम्पनियों को सोया मिल्क पावडर की आपूर्ति कर रहे हैं।
ओमान के इम्पोर्टर ने बताया कि मध्य पूर्व के देशों में भारतीय उत्पादों की बहुत माँग है। उन्होंने बताया कि गुणवत्ता मानकों और खाद्य सुरक्षा मानदण्डों के पालन में कड़ाई होने से बाजार में स्थापित होने में अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के एक्सपोर्टर द्वारा सप्लाई किया जा रहा सोया मिल्क पावडर सभी परीक्षण मानकों पर खरा उतरा है। इसीलिये कम्पनी से दीर्घकालिक अनुबंध किया है और आशा है कि भविष्य में और भी इम्पोर्टर भारतीय उत्पादों का आयात करेंगे।