पवन पटेल युवा सम्राट ने ठोक दी लोकसभा खजुराहो से अपनी दावेदारी
अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं की चर्चा
खजुराहो
खजुराहों लोकसभा क्षेत्र के समीकरण में पिछड़ा वर्ग आबादी बाहुल्य सीट होने से कांग्रेस पार्टी अपने 20 वर्ष से लगातार हार को जीत में बदलना चाहती है तो पिछड़े वर्ग से उम्मीदवार बनाना चाहिए lयहां पिछड़ा वर्ग से कई नाम चर्चा में है जिनमें प्रमुख रूप से सेवालाल पटेल,पवन पटेल, रोशनी यादव के नाम चर्चा में है इनमें से सेवालाल पटेल बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आए हैं पहले भी लोकसभा चुनाव लड़े हैं लेकिन हार का सामना करना पड़ा वर्तमान में जिला पंचायत जनपद पंचायत सभी चुनाव लड़े और सभी में हार का सामना करना पड़ा लोकसभा के हिसाब से सेवालाल की जान पहचान वमुश्किल पन्ना गुनौर और पवई विधानसभा में है इसके अलावा अन्य विधानसभा क्षेत्र इनकी पहचान न के बराबर है.
इसके बाद दूसरा नाम पवन पटेल का है जो वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हैं और पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष है तथा राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल के भांजे हैं राजमणि पटेल जिन्होंने मध्य प्रदेश में पिछड़े वर्ग के हक अधिकार की लड़ाई लड़ी और पिछड़े वर्ग को एक करने के लिए अनेको प्रयास किए, यात्राएं निकाली जिसका फायदा भी पिछड़ा वर्ग बाहुल्य लोकसभा सीट होने के कारण पवन पटेल को मिलेगा इसके अलावा भी पवन पटेल ने स्वयं तीन बार प्रदेश स्तर की यात्रा निकाली -एक बार आभार यात्रा, -जन संवाद यात्रा और -राहुल कमलनाथ संदेश यात्रा निकालकर प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंच चुके हैं .
खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्र में व्यक्तिगत जनाधार है और इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पन्ना पवई अमानगंज क्षेत्र में जे.के. सीमेंट प्लांट और किसानो की लड़ाई में किसानों के धरने का नेतृत्व करने का काम व मांग मनवाकर खत्म करने का काम और उनकी पहल के कारण ही फैक्ट्री और किसानों के बीच में आपसी संवाद के कारण किसानों का धरना समाप्त हुआ है और इन्होंने इस क्षेत्र में किसानों के विशाल ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किया, राजनगर और चंदला में कई पिछड़ा वर्ग और कुर्मी समाज के सम्मेलनों का नेतृत्व किया व अन्य धरने भी पवन पटेल कर चुके हैं करोना काल में लोगों की मदद किया और यह युवा और युवा चेहरा होने के साथ-साथ सरल सहज व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति हैं और पिछले करीब 4 वर्षों से विभिन्न टीवी चैनलों के माध्यम से कांग्रेस का पक्ष मजबूती से रखते हुए विपक्ष को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी से ठोकी दावेदारी
यदि पार्टी उपरोक्त बातों का आकलन करके श्री पवन पटेल को अपना उम्मीदवार बनाती है तो निश्चित ही 20 वर्षों के लगातार हो रही हर को जीत में बदला जा सकता है !अन्य उम्मीदवार रोशनी यादव है यह भी युवा है लेकिन विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले ही कांग्रेस में शामिल हुई है अच्छी वक्त है लेकिन पूरी क्षेत्र में जान पहचान और स्वीकार्यता नहीं है पिछड़ा वर्ग के अलावा भी यहां से संभावित दावेदारों में पूर्व मंत्री राजा पटेरिया, अनुराधा सैंडल, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, अनिल तिवारी के नाम भी संभावित दावेदारों में गिना जा रहा है.
लोकसभा की दावेदारी
और यहीं पर यदि हम भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी लोकसभा क्षेत्र खजुराहो के अंतर्गत आने वाली सभी आठ विधानसभा क्षेत्र में अपनी जीत का परचम लहरा चुकी है और पिछले लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के 29 सीटों में से केवल एक सीट कांग्रेस के पास और 28 सेट भारतीय जनता पार्टी के पास है खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा की ऐतिहासिक मतों से जीत हासिल कर चुके हैं इन सब के कारण भारतीय जनता पार्टी आत्मविश्वास से लबरेज है और चर्चा यह भी है कि विष्णु दत्त शर्मा भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं उस दशा में यहां से संजय पाठक या पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह नंदिता पाठक के नामों की चर्चा है.