नई दिल्ली.
गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते दस साल के शासन के दौरान देश को गरीबी, भ्रष्टाचार, जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण से मुक्ति दिलाने का काम किया है जबकि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस एवं इंडी गठबंधन इन्हीं नासूरों को फिर से देश में जगह दिलाने के लिए लड़ रहे हैं।
शाह ने कहा कि मोदी ने अपने आचरण एवं कार्यों से देश की जनता को सार्वजनिक हीनभावना से बाहर निकाला और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति दिलायी है और विकास को केन्द्र में रख कर ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस’ यानी कार्यप्रदर्शन की राजनीति को स्थापित किया है।
शाह यहां भारत मंडपम में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन ‘भाजपा देश की आशा और इंडी गठबंधन, कांग्रेस की हताशा’ प्रस्ताव को प्रस्तुत करते हुए यह बात कही। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय मंत्रीगण एवं पार्टी के करीब 12 हजार कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रस्ताव का अनुमोदन केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया।
उन्होंने कहा, “बीते 75 वर्ष में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखें हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय पर समयानुकूल विकास करने का प्रयास किया है। लेकिन आज मैं बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकता हूं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्षों में हुआ है।”
उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रीय सम्मेलन ऐसे समय में है जब चुनाव नजदीक हैं। इस सम्मेलन के बाद हम मोदी जी के 'विकसित भारत' के सपने को साकार करने के संकल्प के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वापस जायेंगे। दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज का एक वोटबैंक की तरह कांग्रेस और इंडी अलायंस बहुत उपयोग किया। लेकिन उन्हें पहली बार सम्मान और हिस्सेदारी देने का काम भाजपा की मोदी सरकार ने किया।
शाह ने कहा कि पहली बार देश का गौरव पूरी दुनिया ने महसूस किया। दुनिया में भारत के लोग कहीं पर जाते हैं, तो वहां के लोग कहते हैं कि मोदी के भारत से आए हो न। दुनिया में ये पहचान बनाने का काम हमारे नेता नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। उन्होंने कहा कि न केवल महान भारत बनाने का साहस बल्कि उस स्वप्न को सिद्धि में परिवर्तित करने के लिए सामुहिक पुरुषार्थ करने का मन भी नरेन्द्र मोदी जी ने बनाया है और पूरे देश के सामने लक्ष्य रखा कि 2047 में भारत पूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत होगा।
उन्होंने कहा, “मैं आज आप सबके माध्यम से भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमें आमने-सामने हैं। एक तरफ है मोदी जी के नेतृत्व में राजग का गठबंधन और दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं राजग गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है।”
गृह मंत्री ने कहा, “मोदी जी ने दस साल में कई सिद्धियां की हैं। उन्होंने देश को गरीबी, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण, जातिवाद, परिवारवाद आदि से मुक्ति दिलाई है। ये हमारे सार्वजनिक जीवन के नासूर हैं। मोदी ने इन नासूरों को दूर करके और ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस’ की स्थापना की। मोदी धीरे-धीरे ब्रिटिश शासन से जुड़े राष्ट्रीय प्रतीकों को हटाकर हमें औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त कर रहे हैं। यह आजादी के तुरंत बाद किया जाना चाहिए था, फिर भी कांग्रेस ने कभी इसकी जहमत नहीं उठाई।”
उन्होंने कांग्रेस को भ्रष्टाचार की गंगोत्री करार दिया और कहा कि जब कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है तो साथी भला क्यों पीछे रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए। इन्होंने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया। इसी वजह से आज इनका सारा नेतृत्व अदालतों और एजेंसियों से दूर भाग रहा है।
शाह ने कहा कि विदेश नीतियों के क्षेत्र में यह गलत धारणा थी कि यदि आप दुनिया से दोस्ती करना चाहते हैं तो आपको राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करना होगा। कई नेताओं को यह तय करने में संघर्ष करना पड़ा कि किस प्राथमिकता को बरकरार रखा जाए। बिना किसी हिचकिचाहट के मोदी ने निर्णय लिया कि देश की सरहद की सुरक्षा सबसे जरूरी है। भारत की सुरक्षा से ऊपर कुछ भी नहीं है। और राष्ट्रीय सुरक्षा को हमारी प्राथमिकता बनाने के बाद, उन्होंने भारत को ‘विश्वमित्र’ बनाने और सभी में 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना पैदा करने का प्रयास किया, जिससे सभी को यह महसूस हुआ कि दुनिया एक बड़ा परिवार है।
उन्होंने कहा कि इस देश की राष्ट्रपति एक जनजातीय परिवार से आती हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने एक गरीब आदिवासी बेटी को महामहिम द्रौपदी मुर्मू बनाकर सभी जनजातियों का सम्मान किया। इस देश का उप राष्ट्रपति एक किसान का बेटा है। उन्होंने कहा कि भाजपा में बूथ का काम करने वाला एक व्यक्ति देश का राष्ट्रपति भी बन सकता है और प्रधानमंत्री भी बन सकता है। ये सहूलियत केवल भाजपा में ही उपलब्ध है, क्योंकि हमने हमारी पार्टी को लोकतांत्रिक पार्टी बनाकर रखा है।
शाह ने कहा, “मैं आज यहां से कांग्रेस को चेतावनी देना चाहता हूं कि आप रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा कर केवल इस ऐतिहासिक पल का हिस्सेदार बनने से ही नहीं कतराएं हैं, बल्कि आपने देश को महान बनाने की प्रक्रिया से खुद को दूर कर लिया है। देश की जनता ये देख भी रही है और याद भी रख रही है।”
उन्होंने आरोप लगाये कि केरल में भाजपा के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता शहीद हो गए, 300 से ज्यादा अपाहिज हो गए। वहां इंडी गठबंधन का शासन है। पश्चिम बंगाल में हमारे सैंकड़ों कार्यकर्ता मौत के घाट उतार दिए गए, हमेशा वहां चुनाव में धांधली, घपलेबाजी और हिंसा होती रही। वहां इंडी गठबंधन और सुममता बनर्जी का शासन है। हम तो हिंसा के भुक्तभोगी हैं। हिंसा फैलाने वाला अगर कोई गठबंधन यही तो वो घमंडिया गठबंधन है।
शाह ने कहा, “मोदी जी के 10 वर्षों में आज देश विकसित भारत का स्वप्न लेकर आगे बढ़ रहा है। दूर-दूर तक घमंडिया गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है। इस वजह से वो आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं। इन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने, तीन तलाक, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग का विरोध किया और तो और नारी शक्ति वंदन अधिनियम में भी इंडी गठबंधन काफी व्यवधान उत्पन्न किया।”
गृह मंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी प्रहार किया और मोदी सरकार की उपलब्धियों का विस्तार से वर्णन किया और कहा कि मोदी ने साबित कर दिया है कि देश में किसान कल्याण के साथ आर्थिक विकास को भी आगे बढ़ाया जा सकता है। वह गरीब कल्याण के कार्यक्रम के साथ देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया में 11वें स्थान से पांचवे स्थान लाने का कमाल कर सके हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता के मन में कोई दुविधा नहीं है। देश ने तय कर लिया है कि प्रधानमंत्री मोदी ही तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।