बिलासपुर
तीन दिन पूर्व पेशे से चालक पंकज उपाध्यक्ष और उसके दोस्त की पिटाई करने वाले आरोपियों के अवैध कब्जों को जमींदोज कर दिया गया यह कार्रवाई रविवार से शुरू हुई और सोमवार को पूरी हुई। दबंगों की दबंगई से पंकज की जान चली गई वहीं उसका मित्र अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी सत्तारूढ भाजपा पार्टी कार्यकर्तार्ओं ने सूबे के उप मुख्यमंत्री- गृह मंत्री विजय शर्मा को फोन के माध्यम से दी और इतना ही नहीं उन्होंनं मृतक पंकज के पिता की सीधी बात भी उनसे करवाई।
मृतक के पिता ने भावनाहीन होकर पूरी दास्तां उन्हें सुनाई और दबंगों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने व न्याय की मांग की। उल्लेखनीय है कि यह कार्रवाई केवल अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर ही नहीं थी, यह निर्माण उस परिवार का था जिन्होंने तीन दिन पहले एक ब्राह्मण युवक की पिटाई कर उसकी जान ले ली थी। तो वही उसका मित्र घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है। हिस्ट्रीशीटर गोपी सूर्यवंशी कुछ दिन पहले ही शराब दुकान में चोरी के मामले में जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह अपने भाइयों के साथ बहतराई शमशान और सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकान और मकान बना रहा था। इसके लिए उसने सड़क पर ही बिल्डिंग मटेरियल डंप कर रखा था इतना ही नहीं घटना वाली रात वह सड़क पर मसाला बनवा रहा था कि तभी वहां से गुजर रहे पंकज उपाध्याय और उसके दोस्त कल्लू ने जब इस पर ऐतराज जताया तो पूरे परिवार ने मिलकर बेरहमी से दोनों युवकों की पिटाई कर दी।
इस जघन्य अपराध का वीडियो भी सीसीटीवी में कैद हो गया। आरोपियों ने रापा, गैती, लकड़ी, डंडे , लात घूंसे से इस कदर पिटाई की थी की पंकज उपाध्याय की अस्पताल ले जाते ही मौत हो गई तो वहीं कल्लू भी बुरी तरह घायल है। इस मामले में पुलिस आरोपी गोपी सूर्यवंशी और उसके भाइयों के साथ एक नाबालिग और महिला को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
बताया जाता है कि गोपी सूर्यवंशी, शिवा सूर्यवंशी , सल्लू सूर्यवंशी , रुपेश सूर्यवंशी ने जिस निर्माण के दौरान इस घटना को अंजाम दिया था, पता चला कि वह पूरी तरह से अवैध है । शनिवार को जब मृतक पंकज उपाध्याय के पिता की बात गृहमंत्री से हुई तो दुखी पिता ने आरोपियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की मांग की। रविवार को ही नगर निगम का अमला गोपी सूर्यवंशी के ठिकाने पर पहुंच गया था, जहां नोटिस थमाने के बाद कुछ अवैध निर्माण हटाए गए थे , तो वहीं 24 घंटे की मियाद पूरी होते ही सोमवार सुबह एक बार फिर अमला मौके पर पहुंचा और गोपी सूर्यवंशी के मकान के दो कमरों को छोड़कर बाकी पूरा अवैध निर्माण ढहा दिया। बिलासपुर नगर निगम ने नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 322 और 323 के तहत कार्यवाही करते हुए नोटिस दिया था। शेष निर्माण के लिए भी थोड़ा सा वक्त दिया गया है जिसके बाद पूरे बिल्डिंग को जमींदोज करने की तैयारी है
चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने स्पष्ट संकेत दे दिए थे कि राज्य में अगर सरकार बनी तो अपराधियों के होश ठिकाने लगाने, उनके अवैध निर्माण पर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर बुलडोजर चलाया जाएगा। इस पैटर्न के छत्तीसगढ़ में ब्रांड एंबेसडर बन चुके गृहमंत्री विजय शर्मा के वैसे ही तेवर नजर आ रहे हैं । सोमवार को बिलासपुर के बहतराई अटल आवास में मौजूद अवैध निर्माण और बेजा कब्ज को निगम के अतिक्रमण दस्ते ने ढहा दिया।
बिलासपुर की जनता भी अपराधियों के बढ़ते हौसले से तंग है। उन्हें भी उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ वाली शैली की प्रतीक्षा थी। इसलिए लोगों ने इस कार्यवाही का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की शैली से अपराधियों के हौंसले पस्त होंगे। शहर में अधिकांश अपराधियों ने अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर ,अवैध निर्माण खड़ा कर लिया है और वे बात बात पर तमाम अपराधों को भी अंजाम देते हैं। अब उनमें इस तरह की कार्रवाई का खौफ रहेगा । जानकारी यह भी मिल रही है कि सूर्यवंशी परिवार ने एक जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था, जिसे लेकर भी पंकज उपाध्याय का उनसे कोई विवाद था। खैर इससे अलग सोमवार को नगर निगम अधिकारी सुरेश शर्मा , प्रमिल शर्मा, अजय श्रीवासन के साथ पूरा अमला मौके पर पहुंचा और बुलडोजर की ताकत से देखते ही देखते अपराधियों के ठिकाने को नेस्त नाबूत कर दिया गया। किसी अपराधी पर बिलासपुर के प्रशासन की शायद यह अपनी तरह की पहली कार्रवाई है , जहां हत्या के आरोपियों के ठिकाने पर बुलडोजर चला है। हालांकि अटल चौक खमतराई में घटनास्थल पर मौजूद निर्माण नियमानुसार पूरी तरह से अवैध था, इस कारण भी नगर निगम ने यह कार्रवाई की है । भले ही पंकज उपाध्याय अब कभी वापस नहीं लौट सकता, लेकिन जिन पांच हत्यारो ने उनकी निर्मल हत्या की थी उनके ठिकाने को जमीन दोंज कर प्रशासन ने कुछ हद तक पंकज उपाध्याय और उनके परिजनों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया है।
बहतराई के अटल आवास स्थित गोपी सूर्यवंशी और उनके परिवार के उस अवैध निर्माण को सोमवार को जमींदोज कर दिया गया जिसे बनाने के नाम पर ही तीन दिन पहले पांच लोगों ने मिलकर पंकज उपाध्याय की जान ले ली थी। बिलासपुर में भी अपराध के खिलाफ बुलडोजर का एक्शन नजरआया।