मुंबई
सुष्मिता सेन के बात करने का तरीका और मैनरिज्म से हर कोई प्रभावित रहता है। इंट्रेस्टिंग बात है कि पहले उन्हें टेबल मैनर्स की एबीसी भी नहीं पता थी। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें इंग्लिश बोलनी भी नहीं आती थी। ऐसे में वह एक बार मेक्सिको में एक डिनर में पहुंच गईं और वहां चीफ गेस्ट थीं। वहां उनकी भूख से हालत खराब हो रही थी। उन्हें पता ही नहीं था कि सेवन कोर्स मील कैसे शुरू करना है।
सुष्मिता सेन भारत की पहले मिस यूनिवर्स हैं। 29 साल पहले उन्होंने भारत के लिए यह खिताब जीता था। कर्ली टेल्स से बातचीत के दौरान सुष्मिता उस वक्त का इंट्रस्टिंग किस्सा बताया। उन्होंने बताया कि टेबल मैनर्स के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता था और मेक्सिको में एक आॅफिशियल डिनर अटेंड करना पड़ा। जहां सेवन कोर्स मील उन्हें ही शुरू करना था। सुष्मिता ने बताया, मिस यूनिवर्स जीतने से पहले मैंने टेबल मैनर्स नहीं सीखे थे। जीतने के बाद उन लोगों ने मुझे मेक्सिको सिटी भेज दिया। मैं 18 साल की जिसे ठीक से इंग्लिश बोलनी भी नहीं आती थी। मैं वहां पहुंची और मेरी ट्रैवल मैनेजर बारबरा मेरे दाएं तरफ बैठी थी और उसके बाद सारे पुरुष थे। मुझे जोर की भूख लगी थी।
मैं बारबरा की ओर देखकर मुस्कुराई और कहा कि मुझे भूख लगी है। वह बोली, वे लोग भी भूखे हैं, आप चीफ गेस्ट हैं, शुरूआत आपको करनी है। सुष्मिता ने बताया कि उनकी ट्रैवल मैनेजर ने उनकी मदद की। वह बताती हैं, मुझे बहुत अजीब लगा और मैं दोबारा ऐसा फील नहीं करना चाहती थी। मैंने एक चीज सीखी कि पेट भरके खाना खाके जाओ घर से ताकि वहां पे जाके खाना खाने की उत्सुकता नहीं होगी। तब आप बोल सकते हैं, नहीं बस, थैंक यू। और वे लोग सोचेंगे कि आप स्ट्रिक्ट डायट पर हैं।