नई दिल्ली
बाएं हाथ के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में बैजबॉल की बॉलिंग का बैंड बजा दी। उन्होंने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में तूफानी शतक ठोका। उन्होंने भारतीय टीम को मजबूती दिलाई, क्योंकि एक बैटर इस समय कम है। आर अश्विन इस टेस्ट मैच में आगे हिस्सा नहीं लेंगे। ऐसे में विशाल स्कोर तक पहुंचने के लिए भारत को एक ओपनर से बड़ी पारी की उम्मीद थी। इसी कड़ी में उन्होंने शतक ठोक दिया। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज का ये उनका दूसरा शतक है।
यशस्वी जायसवाल के टेस्ट करियर का तीसरा शतक है। उन्होंने लगातार दूसरे टेस्ट मैच में शतक ठोका है। इससे पहले सीरीज के दूसरे मैच में उन्होंने विशाखापट्टनम में दोहरा शतक जड़ा था, जो उनके करियर का पहला दोहरा शतक था। यशस्वी ने महज 7वें मैच में ही तीसरा शतक पूरा किया। करियर के पहले टेस्ट मैच में भी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़ा था। जायसवाल ने जेम्स एंडरसन जैसे गेंदबाज के खिलाफ जमकर रन बनाए। एंडरसन को टेस्ट क्रिकेट का इतना अनुभव है, जितनी उम्र इस समय यशस्वी जायसवाल की है।
जायसवाल ने तीसरे टेस्ट मैच में 122 गेंदों में 9 चौके और 5 छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 81.97 का था, जो दर्शाता है कि उन्होंने किस गति से बल्लेबाजी की। जायसवाल वनडे और टी20 में भी तेज गति से बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी आक्रामक शैली अपनाई हुई है, जिसके लिए इंग्लैंड की टीम फेमस है। इंग्लैंड को उनकी आक्रामक शैली के लिए बैजबॉल नाम मिला है। हालांकि, गेंदबाजी में इंग्लैंड की टीम उतनी खतरनाक नहीं है। इंग्लैंड के पास इस सीरीज में कोई अनुभवी स्पिनर नहीं है।