मुंबई
भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की झोली में एक और कंपनी आ गई है। रिलायंस रिटेल वेंचर्स की एफएमसीजी कंपनी रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स ने रावलगांव शुगर फार्म के कनफेक्शनरी बिजनस को खरीद लिया है। यह डील 27 करोड़ रुपये में हुई है। डील के मुताबिक इस कंपनी के ट्रेडमार्क्स, रेसिपीज और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स अब रिलायंस के पास आ गए हैं।
रावलगांव ने शुक्रवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी। कारोबारी वालचंद हीराचंद ने 1933 में महाराष्ट्र में नासिक जिले के रावलगांव गांव में एक शुगर मिल की स्थापना की थी। 1942 में इस कंपनी ने रावलगांव ब्रांड से टॉफी बनाने का काम शुरू किया था। इस कंपनी के पास पान पसंद, मैंगो मूड और कॉफी ब्रेक जैसे नौ ब्रांड्स हैं।
रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स अधिग्रहण और पार्टनरशिप के जरिए तेजी से अपना विस्तार कर रही है। रावलगांव के अधिग्रहण से उसके एफएमसीजी पोर्टफोलियो का विस्तार होगा। कंपनी के पास पहले से ही कैंपा, टॉफीमैन और Raskik जैसे ब्रांड्स शामिल हैं। एफएमसीजी कंपनियों में कंज्यूमर मार्केट में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा कब्जाने की होड़ मची है।
ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बनाने के लिए वे दूसरी कंपनियों का अधिग्रहण कर रही हैं। हालांकि रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स ने इस डील के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है। जानकारों का कहना है कि संगठित और असंगठित इंडस्ट्री प्लेयर्स की तरफ से कंप्टीशन बढ़ने के कारण रावलगांव का मार्केट शेयर घटता जा रहा था। यही वजह है कि कंपनी ने अपने कनफेक्शनरी बिजनस को बेचने का फैसला किया।