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नडेला ने स्वास्थ्य – शिक्षा में कृत्रिम मेधा बदलाव की अनिवार्यताओं पर अपने विचार किये साझा

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बेंगलुरु
 माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्य नडेला ने  कहा कि भारत में डेवलपर्स और विकास की गति ''अविश्वसनीय'' है।

उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल तथा शिक्षा जैसे क्षेत्रों में कृत्रिम मेधा (एआई) बदलाव की अनिवार्यताओं पर अपने विचार साझा किए और कोपायलट एआई सहायक से जुड़े नवाचार की बात की।

नडेला ने भारत में 'कोड विदआउट बैरियर' पहल के विस्तार की भी घोषणा की और कहा कि इससे 2024 तक 75,000 महिला डेवलपर्स को मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, ''भारत एक ऐसी जगह है जहां डेवलपर्स और विकास की गति अविश्वसनीय है।''

माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख ने 'माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट' के साथ व्यापार में उत्पादकता को बढ़ाने, 'माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर' के साथ परिवर्तनकारी एआई समाधान बनाने और एआई सुरक्षा के बारे में भी बात की।

नडेला ने कहा कि वह भारत में नए, नवोन्मेषी स्टार्टअप को देखकर उत्साहित हैं। उम्मीद है कि भारत सबसे बड़े डेवलपर समुदाय के रूप में अमेरिका से आगे निकल जाएगा।

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत 2027 तक गिटहब पर सबसे बड़े डेवलपर समुदाय के रूप में अमेरिका से आगे निकल जाएगा।

गिटहब एक वेब-आधारित सेवा है जो सॉफ्टवेयर परियोजनाओं के कोड आदि रखने की सुविधा देती है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज गिटहब पर डेवलपर्स की कुल संख्या के मामले में अमेरिका के बाद भारत दूसरे नंबर पर है। मेरा मानना है कि यह 2028 में या 2027 में नंबर एक बन जाएगा ….इससे यह वह स्थान होगा जहां सबसे अधिक संख्या में डेवलपर होंगे।''

नडेला ने कहा कि यह देखना अद्भुत है कि इस देश के लोगों ने वास्तव में इस नए मंच को अपनाया और प्रभावी ढंग से नए मंच से जुड़े बदलावों का नेतृत्व किया।

 

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