नई दिल्ली
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के अलग देश की मांग वाले बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि डीके सुरेश को एक मिनट भी सांसद रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने जिस प्रकार से भारत तोड़ने वाला बयान दिया है, ऐसे व्यक्ति को एक मिनट भी सांसद बने रहने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाल रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके एक सांसद जो कि एक उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के छोटे भाई हैं, वो भारत तोड़ने की बात कर रहे हैं और इस पर राहुल गांधी ने अभी तक कोई सफाई नहीं दी है। इस मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित विपक्ष के सभी नेता चुप हैं। प्रसाद ने आगे कहा कि आप जब सांसद बनते हैं तो भारत की संप्रभुता और एकता को बनाए रखने के लिए शपथ लेते हैं, लेकिन, जब भारत की एकता और अखंडता का यदि अतिक्रमण करेंगे तो भारत के संविधान के मुताबिक इस पर रीजनेबल रिस्ट्रिक्शन्स लग सकते हैं। डीके सुरेश ने जो भी बोला है, वो भारत के संविधान के हर प्रावधान का उल्लंघन है, उनको एक मिनट भी सांसद बने रहने का अधिकार नहीं है।
मनमोहन सरकार की तुलना में वर्तमान मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ही कर्नाटक को टैक्स में से दोगुने से भी ज्यादा फंड दिए जाने की बात कहते हुए प्रसाद ने कांग्रेस पर तीखा हमला जारी रखते हुए पूछा कि क्या राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस इस स्तर पर चली जाएगी ? उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रोज आलोचना करने वाली कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता इस पर जवाब दें। सोनिया गांधी और राहुल गांधी बताएं कि क्या वे माफी मांगेगे, क्या वे डीके सुरेश को सस्पेंड करेंगे ?
झारखंड में विधायकों को हैदराबाद ले जाने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए प्रसाद ने कहा कि जब राज्यपाल ने सीएम को शपथ दिला दिया है और बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया है तो फिर विधायकों को हैदराबाद क्यों ले जा रहे हैं ? क्या वहां गठबंधन में कुछ गड़बड़ है ? उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस को तो कुछ बोलने का अधिकार ही नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने तो कई सरकारों को असंवैधानिक तरीके से सीधे बर्खास्त किया था।