नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी सवाल उठा दिए हैं। उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वोत्तर में यात्रा करने का कोई मतलब समझ नहीं आता है। कांग्रेस ने मणिपुर से यात्रा की शुरुआत की थी, जो शुक्रवार को झारखंड पहुंच रही है। कार्यक्रम में किशोर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव से महीनों पहले राहुल गांधी के यात्रा करने का कोई मतलब समझ नहीं आता है। ऐसे समय में जब उन्हें केंद्र में रहना चाहिए था, जहां राजनीति हो रही है, वह पूर्वोत्तर में यात्रा करने में व्यस्त हैं। इलाकों में जाना अच्छी बात है, लेकिन मुख्यालयों को ही छोड़ देना समझदारी का फैसला तो नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्हें इन मुद्दों पर कौन सलाह देता है।' उन्होंने कांग्रेस को दोबारा तैयार होने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, 'मैंने उन्हें कहा था कि उन्हें नए अवतार में आने की जरूरत होगी। साथ ही राजनीति स्टॉक मार्केट की तरह है। आप एक गोल से दूसरे लगातार नहीं भागते रह सकते। आज राफेल, कल हिंदुत्व… काम नहीं करेगा। उन्हें एक भरोसे पर टिके रहना होगा और संदेश को आगे बढ़ाना होगा।'
झारखंड पहुंचेगी यात्रा
राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुक्रवार दोपहर को झारखंड में प्रवेश करेगी। पार्टी के एक नेता ने यहां यह जानकारी दी। नेता ने बताया कि यात्रा के पश्चिम बंगाल से दोपहर दो बजकर 45 मिनट पर पाकुड़ जिले से होते हुए राज्य में प्रवेश करने की संभावना है। कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि यात्रा के राज्य में पहुंचने के बाद पाकुड़ के नसीपुर मोड़ पर गांधी एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
कांग्रेस नेता ने भी उठाए थे यात्रा पर सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम भी राहुल गांधी की यात्रा को पर्यटन जैसा बता चुके हैं। उन्होंने कहा था, 'कांग्रेस पार्टी में हमारे ऐसे सब महान समझदार नेता है। एक तरफ देश का 2024 का महाभारत सज रहा है, दूसरी तरफ पार्टी राजनीतिक पर्यटन कर रही है। असल में हम 2024 के बाद सोचेंगे कि 2024 में जीतना कैसे है। ऐसा लग रहा है कि हम खुद को 2029 लोकसभा चुनावों के लिए तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 के लिए तैयारी कर रहे होते, तो ऐसा नहीं होता।' खास बात है कि राहुल की यात्रा झारखंड ऐसे समय पर पहुंच रही है, जब राज्य में सियासी उथल पुथल जारी है। ED यानी प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद राज्य में चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया है। कांग्रेस भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की सरकार में शामिल है।