रायपुर
प्रदेश के राजीव युवा मितान क्लब के गठन और खर्चों पर बुधवार को विधानसभा में जमकर शोर-शराबा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि राजीव मितान क्लब का उद्देश्य खाओ-पियो और मौज करो रह गया था। इस पूरे मामले में बहस के बाद खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने घोषणा की कि राजीव मितान क्लब को भंग किया जाएगा। साथ ही अब तक के खर्चों की जांच कराई जाएगी।
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी के सवाल के जवाब में खेलमंत्री ने बताया कि प्रदेश में एक लाख राजीव मितान क्लब का गठन किया गया है। क्लब के जरिए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन, खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण, रामायण महोत्सव आदि गतिविधियां होती है। उन्होंने कहा कि करीब 132 करोड़ रूपए क्लब के लिए प्रावधान किए गए थे।
खेलमंत्री ने बताया कि करीब 40 करोड़ रूपए बाकी है। एक पूरक सवाल के जवाब में खेलमंत्री ने बताया कि राजीव मितान क्लब का गठन रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी के मार्फत हुआ है, और इसमें खर्चों के आॅडिट का भी प्रावधान है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह, और भाजपा सदस्य राजेश मूणत ने भी राजीव मितान क्लब के गठन के औचित्य पर सवाल खड़े किए। अजय चंद्राकर ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के क्लबों की जांच कराई जाए तो सारी स्थिति साफ हो जाएगी।पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने आरोप लगाया कि क्लब के जरिए युवक कांग्रेसियों पर खर्चा हो रहा है। कांग्रेस सदस्य सावित्री मंडावी, संगीता सिन्हा, और कुंवर सिंह निषाद ने इसका प्रतिवाद किया। सावित्री मंडावी ने कहा कि क्लब के जरिए स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिला है। ऐसे कई खेल विलुप्त हो गए थे। वो शुरू हुए हैं। इस दौरान दोनों पक्ष के सदस्य खड़े हो गए, और नारेबाजी करने लगे। भाजपा सदस्य राजेश मूणत ने राजीव मितान क्लब को भंग करने की मांग की। इस पर खेलमंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि राजीव मितान क्लबों को भंग किया जाएगा, और सारे खर्चों की जांच कराई जाएगी।