कोलकाता
बांग्ला फिल्मों की अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने जादवपुर के लोकसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बंगाल विधानसभा में मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी से मुलाकात करने के बाद सांसद पद से इस्तीफे का एलान किया। मिमी चक्रवर्ती ने स्वयं बंगाल विधानसभा के बाहर इस्तीफे की बात कही। मिमी ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनना चाहती हैं। गुरुवार को जब ममता विधानसभा में बोल रही थीं, तभी मिमी उनके दफ्तर में पहुंच गईं। कुछ देर बाद तृणमूल के दो स्टार विधायक सोहम चक्रवर्ती और जून मालिया भी मुख्यमंत्री ऑफिस में दाखिल हुए। मुख्यमंत्री अपना भाषण समाप्त करने के बाद अपने कक्ष में चली गईं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मिमी और अन्य लोगों के साथ बैठक की।
क्या लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दिया इस्तीफा?
मुख्यमंत्री ऑफिस से बाहर निकलने के बाद मिमी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को अपना सांसद पद से इस्तीफे का पत्र सौंप दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अभी तक उस इस्तीफा को स्वीकार नहीं किया है। मिमी ने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस्तीफा स्वीकार कर लेती हैं तो वह लोकसभा अध्यक्ष के पास जाएंगी और इस्तीफा सौंपेंगी।
जादवपुर सीट से जीता था चुनाव
तृणमूल ने मिमी चक्रवर्ती को 2019 के लोकसभा चुनाव में जादवपुर से चुनावी मैदान में उतारा था। ऐसे में उन्होंने भाजपा के अनुपम हजरा को मात देकर जीत हासिल की थी। मिमी चक्रवर्ती को 6,88,472 वोट, जबकि भाजपा उम्मीदवार अनुपम हजरा को 3,93,233 वोट हासिल मिले थे।
संसद की दो स्थाई समितियों से पहले ही दे चुकी हैं इस्तीफा
हाल ही में मिमी ने संसद की दो स्थाई समितियों की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। वह संसद की औद्योगिक मामलों और केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की संयुक्त समिति की सदस्य थीं। उन्होंने इन दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है।
मिमी चक्रवर्ती ने क्या कुछ कहा?
इसके बाद पता चला है कि मिमी ने जादवपुर लोकसभा के अंतर्गत नलमुरी और जिरंगछा ब्लाक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ते रोगी कल्याण संघ के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद से ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं। प्रश्न उठ रहा था कि क्या मिमी 2024 में जादवपुर से दूसरी बार उम्मीदवार होंगी? हालांकि, उन्होंने अपने लगातार इस्तीफों के बारे में मुंह नहीं खोला। उन्होंने गुरुवार को कहा, वह अब सांसद नहीं रहना चाहतीं। मुझे जो कहना था, मैंने दीदी से कह दिया है। कई लोग कह रहे थे, मैं अगला टिकट पाने के लिए ऐसा कर रही हूं, लेकिन मेरा मानना है कि राजनीति मेरे लिए नहीं है।
'मैं कोई राजनेता नहीं हूं'
मिमी ने कहा कि राजनीति लोगों को मेरे जैसे लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का लाइसेंस देती है। अगर मिमी चक्रवर्ती ने कुछ बुरा किया होता तो वह सबसे पहले सुर्खियों में आतीं। मैंने जीवन में जानबूझकर किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। मैं कोई राजनेता नहीं हूं। मैं कभी राजनेता नहीं बनूंगी। उन्होंने कहा, मैं हमेशा से लोगों के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में काम करना चाहती थी। मैंने कभी भी दूसरी पार्टी के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ गलत शब्द नहीं कहा।
सांसद देव ने भी ऐसे ही दिया था इस्तीफा
उन्होंने कहा कि 2022 में भी मैंने इस्तीफा देने की कोशिश की थी, लेकिन ममता दीदी ने उन्हें पद छोड़ने की इजाजत नहीं दी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही तृणमूल के एक और स्टार सांसद देव ने भी लगभग इसी तरह राजनीति से अपनी दूरी बढ़ा ली थी। उन्होंने एक के बाद एक प्रशासनिक पद से इस्तीफा भी दे दिया था। हालांकि, बाद में ममता और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ मुलाकात के बाद वह शांत हो गए हैं।