Home छत्तीसगढ़ बैल साज-सज्जा प्रतियोगिता में मुन्ना को मिला प्रथम पुरूस्कार

बैल साज-सज्जा प्रतियोगिता में मुन्ना को मिला प्रथम पुरूस्कार

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पोला के अवसर पर आदर्श युवा मंच का आयोजन
बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ के किसानों का सबसे बड़ा पर्व पोला के शुभ अवसर पर आदर्श युवा मंच ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी लाल बहादुर शास्त्री शाला के मैदान में 6 सितम्बर की संध्या 5 बजे से स्वर्गीय श्रीचंद्र मनूजा की स्मृति में बैल सज़ा-सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया। किसानों के उत्साहवर्धन के लिए लोक कला मंच मन भवरा की शानदार प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में कोविड-19 का असर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिखाई दे रहा है, जिसके चलते बैल दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया। पारंपरिक तौर पर बैलों की पूजा अर्चना एवं साज- सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने बैलों की पूजा अर्चना कर उन्हें गुड़ चना एवं मिष्ठान खिलाया। बैल मालिकों को परंपरागत तरीके से गमछा भेंट कर सम्मान किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव शारीरिक अवस्था के कारण कार्यक्रम में पहुंच नहीं सके। अध्यक्षता महापौर रामशरण यादव जी, विशिष्ट अतिथि अरूण सिंह चौहान अध्यक्ष जिला पंचायत, प्रमोद नायक अध्यक्ष जिला सहकारी नागरिक बैंक एवं अध्यक्ष जिला शहर कांग्रेस कमेटी, अभय नारायण राय प्रदेश प्रवक्ता, अमर बजाज वरिष्ठ समाजसेवी, राज्य कृषक सम्मान से सम्मानित सुरेंद्र कश्यप, रमेश दुआ, बाटू सिंह उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में भागीदारी निभाने वाले सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया पारंपरिक तरीके से सम्मान किया गया। लुप्तप्राय हो रही हमारी परंपराओं को जीवंत रखने के लिए राज्य स्थापना वर्ष से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साज सज्जा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मुन्ना कश्यप चॉटीडीह, द्वितीय पुरस्कार नर्मदा साहू मोपका, तृतीय पुरस्कार परदेसी मरकाम लिगियाडीह को दिया गया। मंजू श्रीवास, संतोषी मंगेश्कर को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अध्यक्ष महेश दुबे ने किया एवं आभार प्रदर्शन सचिव केशव बाजपेई ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में तारेंद्र उसराठे, नीरज सोनी, विष्णु हिरवानी, अरविंद त्रिपाठी, हरीश मोटवानी, अनिल गुलहरे, अमित शुक्ला, अमित दुबे, गोविंद गुप्ता, संतोष पांडे, राजू अवस्थी, संतोष अग्रवाल का सराहनीय योगदान रहा। भारी पानी बरसात एवं कीचड़ से लबालब मैदान किसानों के उत्साह को कमजोर नहीं कर सका।